भारत पाक से आयात - निर्यात  बंद 

 भारत की पाकिस्तान पर एक और स्ट्राइक

नयी दिल्ली,एजेंसी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने शनिवार को पाक पर एक और स्ट्राईक करते हुए पाकिस्तान से आने वाले सभी प्रकार के सामानों के सीधे या किसी भी तरह से आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।  भारत ने पाकिस्तान पर एक और स्ट्राइक करते हुए कारोबार को पूरी तरह से बंद कर दिया है। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से 2 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय विदेश ट्रेड नीति -एफटीपी 2023 में संशोधन कर लिया गया है। इस रोक के तहत अब पाकिस्तान से आने वाले किसी भी उत्पाद चाहे वह सीधे आयात हो या किसी तीसरे देश के जरिए परोक्ष रूप से हो इन सभी आयातों पर पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यह प्रतिबंध विदेश व्यापार नीति 2023 में नए प्रावधान के रूप में जोड़ा गया है। 

विदेश व्यापार महानिदेशालय ने इस अधिसूचना में स्पष्ट किया कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लिया गया है।एफटीपी में जोड़ा गया नया खंड “पाकिस्तान से आयात पर प्रतिबंध” के अंतर्गत कहा गया है।

डायरेक्ट या इनडायरेक्ट नहीं आएगा कोई सामान

पाकिस्तान से उत्पन्न या वहां से निर्यात किए गए सभी प्रकार के माल, चाहे वे स्वतंत्र रूप से आयात करने योग्य हों या किसी अन्य नियम के तहत अनुमत हों, उनका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आयात या ट्रांजिट तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है, जब तक कि कोई अगला आदेश जारी न किया जाए।इस प्रतिबंध में कोई भी छूट केवल भारत सरकार की विशेष स्वीकृति के बाद ही दी जाएगी।यह फैसला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।

आर्थिक मोर्चे पर हर तरफ से घिरा पाक

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने जहां कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरना शुरू किया, वहीं पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहानुभूति पाने की कोशिश कर रहा है।

भारत द्वारा सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार और प्रतिबंधात्मक कदमों की घोषणा के बाद, पहले तो पाकिस्तान के नेताओं ने आक्रामक बयानबाजी की, लेकिन जब इससे बात नहीं बनी तो उन्होंने पश्चिमी देशों का रुख किया। इसके बाद भी जब भारत की रणनीति में कोई ढील नहीं दिखी, तो पाकिस्तान ने अब संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया है।

बेनकाब होगा पाक

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने भारत के फैसलों को “वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए खतरा” बताया है और भारत के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हालांकि ये बयान भारत पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जो अब तक नाकाम ही रहा है।इधर, भारत ने भी पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने की मुहिम तेज कर दी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को यूरोपीय संघ की विदेश मंत्री काजा कल्लस से बातचीत की और उन्हें बताया कि किस तरह पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकियों ने पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं को निशाना बनाया। इस वार्ता में भारत ने पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया और पश्चिमी देशों से भी स्पष्ट समर्थन की अपेक्षा जताई।

भारत एक के बाद एक ले रहा एक्शन

भारत की ओर से अब कूटनीति के साथ-साथ आर्थिक और व्यापारिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं। सिंधु जल संधि की समीक्षा, पाकिस्तान से आयात पर प्रतिबंध, और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की छवि को लेकर सख्त अभियान यह दिखाता है कि भारत अब आतंकवाद को सिर्फ सैन्य नहीं, बल्कि बहुआयामी रणनीति से जवाब दे रहा है।

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