सोसाइटी ऑफ़ ग्रीन वर्ल्ड फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट ने अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया

मेरठ: सोसाइटी ऑफ़ ग्रीन वर्ल्ड फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट के तत्वाधान में अक्षरधाम कॉलोनी में आज अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया गया इस दिवस की थीम प्रकृति और सतत विकास के साथ सामंजस्य विषय रखी गई।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर आर एस सेंगर ने कहा इस अवसर को इस बार प्रकृति की समृद्धि हमारे अस्तित्व सतत विकास तथा पर्यावरणीय संतुलन का आधार जैव विविधता के संरक्षण व संवर्धन की प्रति लोगों में  स्नेह   तथा संवेदना की भावना जागृत करने हेतु कार्यक्रम किए जा रहे हैं डॉ आर एस सेंगर ने कहा मनुष्य जन्म से लेकर मृत्यु तक प्रकृति प्रदत्त वरदानों का उपयोग कर आध्यात्मिक तथा भौतिक प्रगति करता है प्रकृति से प्राप्त लबों की निरंतरता बनाए वह बचाए रखने हेतु विद्यमान प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा तथा प्रकृति मित्र जीवन शैली अपनाकर इन संसाधनों का विस्तार करना प्रत्येक व्यक्ति का संवैधानिक नैतिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक दायित्व है उन्होंने कहा प्रदेश सरकार जैव विविधता को सुरक्षित रखने हेतु तीव्रता से विकास हेतु प्रतिबद्ध है के दृष्टिगत अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2025 को प्रकृति और सतत विकास के साथ संमजसय के रूप में मनाया जा रहा है

 उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक प्रदेशवासी से अपने आसपास पाए जाने वाले पक्षियों पौधों गिलहरियों तितलियां भवनों एवं मधुमक्खियां के व्यवहार का अध्ययन कर अनुकूल वातावरण निर्मित करने में सहयोग करने की अपील की है

डॉ पंकज चौहान ने संबोधित करते हुए कहा जैव विविधता में पृथ्वी की सभी प्रकार के जीवन की किस्म अर्थात स्थलीय समुद्री और जली प्रसिद्ध की तंत्र शामिल हैं हमारे महान विश्व परंपरा तथा समृद्धि संस्कृत के कारण 25% भू क्षेत्र तथा लगभग 15% जनसंख्या होने पर भी हमारा देश लगभग 7.5% प्रजातियों का ही प्रतिनिधित्व करते हुए विश्व के 17 मेगा डाइवर्सिटी वाले देशों में शामिल है डॉ चौहान ने बताया कि प्रदेश की जैव विविधता को सुरक्षित रखते हुए विकास के पथ पर अग्रसर करते हुए प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता के परिणाम स्वरूप वातावरण व वृक्ष आवरण राष्ट्रीय पशु बाघ राष्ट्रीय धरोहर हाथी एवं राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है

सोसाइटी ऑफ़ ग्रीन वर्ल्ड फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट की अध्यक्ष सरिता सिंगर ने कहा की जैव विविधता सिर्फ जीव जंतुओं पेड़ पौधों या सूक्ष्मजीवों की संख्या मात्र न होकर परस्पर निर्भरता व जीवन का प्रतीक है प्रकृति में विद्यमान प्राणी व पादप प्रजातियां परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं तथा हमारी सावधानी से किसी एक प्रजाति के विलुप्त हो जाने पर अन्य बहुत सी प्रजातियां के असत्य पर संकट उत्पन्न हो जाता है इसलिए हम सभी लोगों को जागरूक रहना होगा और जैव विविधता को बचाए रखने के लिए कार्य करना होगा

डॉ दिव्यांशु ने कहा कि जैव विविधता संरक्षण व संवर्धन कर प्रकृति के उपायों की निरंतरता बनाए रखना किसी व्यक्ति या संस्था के एकल प्रयास से संभव नहीं है अब तू इस हेतु प्रत्येक प्रदेशवासी की सहभागिता व सहयोग आवश्यक है इसी भावना के अनुरूपदेश सरकार वृक्षारोपण कार्यक्रमों बंद हुआ वन जीव प्रबंधन तथा वन सुरक्षा में समाज के समस्त वर्गों विशेष कर स्थानीय समुदायों विद्यार्थियों महिलाओं संयुक्त बंद प्रबंधन समितियां को विकास समितियां तथा जैव विविधता प्रबंधन समितियां को शामिल करते हुए प्रत्येक व्यक्ति व संगठन की सहभागिता प्राप्त करते हुए प्रदेश को निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर करने की दिशा में प्रयास कर रही है इसलिए हम सभी लोगों को जागरूक रहकर अपने आसपास के पर्यावरण को सुधारना होगा

डॉ निधि सिंह ने कहा जैव विविधता की कमी के कारण पक्षियों के नुकसान के अलावा बाढ़ सूखा या कई प्रकार के खतरे की आशंका बनी रहती है इसलिए हमारे लिए जैव विविधता का संरक्षण बहुत जरूरी है इस दिवस विशेष का प्रमुख उद्देश्य लोगों को जैव विविधता के प्रति जागरूक करना है जैव विविधता की समृद्धि ही धरती को जीव जंतुओं के रहने व जीवन यापन के योग बनती है जैव विविधता में मोटा अनाज महत्वपूर्ण योगदान देता है इसका कारण यह है कि मोटा अनाज विविध प्रकार की फसलों के साथ उगाए जाते हैं जिससे खाद्य सुरक्षा व पोषण सुरक्षा में सुधार होता है साथ ही जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलापन भी बढ़ता है मोटे अनाज को जलवायु अनुकूल व कम पानी वाले क्षेत्रों में भी उगाया जा सकता है

No comments:

Post a Comment

Popular Posts