प्रदेश सरकार कृषकों के हित में नये -नये कार्यक्रम ला रही- सूर्य प्रताप साही
सैन्य कर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्र की सेवा एक कुशल उद्यमी के रूप में करेंगे। जो कि विकसित भारत मिशन में एक अच्छा प्रयास - कैप्टन विकास गुप्ता
कृषि मंत्री ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
मेरठ। रविवार को प्रसार निदेशालय, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के तत्वावधान में नैदानिक सभागार, पशु चिकित्सा महाविद्यालय में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित प्रथम बैच प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण एवं दयाल ग्रुप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रमाण पत्र वितरित किये तथा दयाल ग्रृप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों को पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज का यह अवसर विश्वविद्यालय के लिये स्वर्णिम दिन है जब हम देश के सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर उन्हे दक्ष बनाने में सहयोग कर रहे है। मैं विश्वविद्यालय को इस पुनीत कार्य के लिये बधाई देता हूॅं। पुरस्कार प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रो एवं प्रगतिशील कृषकों को बधाई एवं दयाल ग्रुप को इस प्रायोजन हेतु धन्यवाद। मंत्री शाही ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषकों के हित में नये -नये कार्यक्रम ला रही है। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो सके। मंत्री ने विवि द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
विवि के कुलपति डा. के.के. सिंह ने अवगत कराया कि राज्यपाल उ.प्र. और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के महानिदेशक एवं विश्वविद्यालय ने समझौता ज्ञापन पर 4 सितम्बर,2024 को अनुबन्ध हस्ताक्षर किए जिसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त हो रहे/सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशिक्षित करेगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि इस तरह के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने वाला देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय हैं। इसी क्रम में प्रथम बैच के प्रशिक्षण का आयोजन “कुक्कुट उत्पादन से उद्यमिता विकास” विषय पर किया गया। जिसमें 30 प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया।
कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षणों के आयोजनों से हमारे सेवानिवृत्त हो रहे/सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्र की सेवा एक कुशल उद्यमी के रूप में करेंगे। जो कि विकसित भारत मिशन में एक अच्छा प्रयास है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल जयदीप सिंह पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि कौशल उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदेदश्य है कि सेवानिवृत्त हो रहे/सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी प्रशिक्षण उपरान्त स्वरोजगार के लिए छोटी इकाइयां स्थापित कर सकें।
अभय कुमार, अध्यक्ष दयाल ग्रुप ने अपने संबोधन में कहा कि दयाल ग्रुप एवं विश्वविद्यालय के मध्य हुये अनुबंन्ध के परिपालन में 3 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं 6 प्रगतिशील कृषकों को नगद इनाम एवं ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। डा डीके सिंह, पाठ्यक्रम समन्वयक ने 21 दिवसीय प्रशिक्षण के विषय में विस्तार से बताया एवं इस अवसर पर प्रशिक्षार्थियों हेतु लिखित पुस्तक कुक्कुट पालन का माननीय मंत्री एवं अन्य गणमान्य अतिथियाें से विमोचन कराया।
कार्यक्रम में दयाल ग्रुप एवं सरदार सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, के मध्य हुए समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत विश्वविद्यालय कार्यक्षेत्र के 3 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों अमरोहा, शाहजहाँपुर एवं सम्भल को रूपये 21000-21000/- की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 6 प्रगतिशील कृषकों जगदीश सिंह चौहान,हापुड़, राकेश सिरोही,बुलंदशहर, चंचल शांडिल्य, गौतमबुद्धनगर, सुश्री शुभावरी चौहान, सहारनपुर, ऋतुराज सिंह,बिजनौर, राकेश कुमार, मुजफ्फरनगर को 11000-11000/ रूपये धनराशि एवं सम्मान प्रमाण पत्र दयाल ग्रुप की तरफ से प्रायोजित किया गया हैं। कार्यक्रम के अन्त में डा पीके सिंह, निदेशक प्रसार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कुलसचिव, वित्त नियंत्रक महाविद्यालयाें के अधिष्ठाता, निदेशक शोध, समस्त विभागाध्यक्ष, केवीके प्रभारी एवं प्रसार निदेशालय के डा.पी.के. सिंह, डा. सर्वेश कुमार लोधी, डॉ. एस.के. त्रिपाठी, डा. हरिओम कटियार एवं वी.पी. सिंह उपस्थित रहे ।
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