सभी चिकित्सकों के लिए सरकारी पोर्टल से लिंक क्यूआर कोड अनिवार्य हो
मेरठ। मेरठ टेंट एवं डेकोरिशन एसो. के महामंत्री विपुल सिंहल ने मेरठ -लोकसभा सांसद अरूण गोविल से मांग की है। कि सभी चिकित्सकों के लिए सरकारी पोर्टल से लिंक क्यूआर कोड अनिवार्य हो। इससे काफी हद तक झोला छाप चिकित्सकों पर लगाम कस सकें। इस मुददे को संसद में उठाया जाए।
उन्होंने बताया वर्तमान समय में नकली/झोलाछाप डॉक्टरों और अयोग्य चिकित्सकों द्वारा मरीजों के साथ धोखाधड़ी की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिससे आम जनता की सेहत खतरे में पड़ रही है। ऐसे में अनका अनुरोध है कि सभी चिकित्सकों (एलोपैथ, आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी आदि) के लिए सरकारी सत्यापित क्यूआर कोड अनिवार्य किया जाए, जो उनके पंजीकरण, शैक्षणिक योग्यता और अन्य विवरणों से जुड़ा हो। यह क्यू आर कोड चिकित्सक की ओ पी डी के बाहर, परामर्श के पर्चे पर अनिवार्य हो। इस कोड को स्कैन करके कोई भी मरीज या आम नागरिक निम्न जानकारी प्राप्त कर सके। इसमें डॉक्टर का पूरा नाम व फोटो,शैक्षणिक योग्यता (डिग्री, कॉलेज/विश्वविद्यालय), वर्ष व प्रतिशत/डिवीजन (पासिंग विवरण), राज्य/राष्ट्रीय मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण संख्या, विशेषज्ञता (यदि कोई हो) ,- वर्तमान क्लिनिक/अस्पताल का पता, किसी भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का रिकॉर्ड (यदि लागू हो) होना चाहिए ।
इसकी आवश्यकता क्यों है?
1. नकली डॉक्टरों पर रोक: अशिक्षित/अयोग्य लोग डॉक्टर बनकर मरीजों का शोषण करते हैं।
2. जनता का अधिकार: हर मरीज को यह जानने का अधिकार है कि उसका इलाज किस योग्यता वाले डॉक्टर कर रहा है।
3. पारदर्शिता: सरकारी पोर्टल से सत्यापित जानकारी भरोसेमंद होगी।
4. सभी चिकित्सा पद्धतियों पर लागू: कोई भी चिकित्सक इससे बच न सके।
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