सुसरालियों ने विवाहिता को दहेज में कार व दस लाख न मिलने दिया जहर 

 अस्पताल में उपचार के दौरान विवाहिता की मौत ,सुसरालिए हुए फरार 

 मेरठ। थाना लाेहिया नगर  के ब्लॉक में एक दहेज हत्या का मामला प्रकाश में आया है। जहां पर एक विवाहिता को उसके सुसराल वालों ने इस कारण जहर दे दिया मायका वालों ने दहेज कें कार व दस लाख नहीं दिए थे। उपचार के दौरान शनिवार को महिला की मौत हो गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को  पीएम के लिए भेजते हुए जांच आरंभ कर दी है। 
किठौर निवासी  बुशरा का निकाह लोहिया नगर के-ब्लॉक निवासी अमन जैदी से हुआ था। शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करते थे। पिछले साल 15 दिसंबर को आरोपियों ने बुशरा पर चाकू से हमला कर दिया था। परिवार की शिकायत के बाद रिश्तेदारों ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था।समझौते के बावजूद आरोपियों ने बुशरा को प्रताड़ित करना जारी रखा। बिरादरी की पंचायत में माफी मांगने के बाद भी उनकी करतूत नहीं रुकीं। करीब 8 दिन पहले आरोपियों ने बुशरा के साथ मारपीट कर जबरन कीटनाशक पिला दिया। उसे गंभीर हालत में फैमिली हेल्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराकर आरोपी फरार हो गए।2 अप्रैल से अस्पताल में भर्ती बुशरा की शनिवार सुबह मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने थाना पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
जीटीबी में बैसाखी ,अंबेडकर व हनुमान जंयती मनाई गयी 
मेरठ । गुरु तेग बहादर पब्लिक स्कूल मेरठ कैंट में आज बैसाखी, अम्बेडकर एवं हनुमान जयंती पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। 
गुरू तेग बहादुर पब्लिक स्कूल में आज बैसाखी पर्व, हनुमान एवं अम्बेडर जयंती के उपलक्ष्य में विशष प्रार्थना सभा के आयोजन के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। बच्चों ने एक छोटी स्कीट के माध्यम से बताया कि कैसे सिक्खों के दसवें गुरू गुरू गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की तथा बाद में बैसाखी के उपलक्ष्य में बच्चों ने मेले के दृश्य को बड़े ही सुंदर ढंग से दर्शाया तथा बताया कि हमें किस तरह से अपनी खुशियों को दूसरे के साथ बांटते हैं। इसके साथ-साथ गिद्दा व छोटे बच्चों द्वारा गतका भी दिखाया गया। हनुमान जयंती के अवसर पर बच्चों ने भजन भी गाया। कार्यक्रम की इतनी सुंदर प्रस्तुति देखकर सभी का मन गदगद हो उठा।
वही दूसरी ओर बच्चों ने अम्बेडकर जयंती के अवसर पर संविधान निर्माता डॉ भीम रॉव अम्बेडकर के विचारों को प्रस्तुत किया तथा बताया की बाबा साहब की विचारधारा संगठन भारत की कल्पना थी।
अंत में प्रधानाचार्य डॉ० कमन्द्र ने कहा कि भले ही अलग अलग प्रदेशों में त्योहारों को अलग-अलग नामों से जाना जाता हो, मगर पर्व हमें अपने भीतर झांकने का संदेश देता है कि हमें समाज को संगठित बनाना है।

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