बढ़ती चुनौतियों के बीच श्वसन स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता: डा. वीरोत्तम तोमर

ब्रीदफ्री यात्रा कराती है देशभर में स्क्रीनिंग और मरीजों की सहायता तक पहुंच मुहैया

मेरठ। श्वसन स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और प्रभावी उपचार समाधानों के प्रचार-प्रसार की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता में सिप्ला लिमिटेड की मरीज समर्थन पहल ब्रीदफ्री देशभर में अपनी प्रभावशाली यात्रा को ब्रीदफ्री यात्रा के साथ जारी रखे हुए है।

डॉ. वीरोत्तम तोमर (इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट, मेरठ) ने कहा, यह यात्रा लोगों को उनके श्वसन स्वास्थ्य का आकलन करने और समझने में मदद करने के लिए व्यापक जागरूकता और सीधे मरीज की सहायता को समर्पित है। अस्थमा और सीओपीडी जैसे पुराने श्वसन रोगों के लिए स्क्रीनिंग चैनलों तक पहुंच बेहतर करने के लक्ष्य के साथ ब्रीदफ्री यात्रा ने 335 से अधिक शहरों में यात्रा की है, 6,600 से ज्यादा शिविर आयोजित किए हैं और देश भर में करीब 10 लाख मरीजों की सहायता की है। बढ़ती चुनौतियों के बीच श्वसन स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए डॉ. तोमर ने कहा, लाखों लोग रोजाना वाहन उत्सर्जन, औद्यगिक प्रदूषण, निर्माण के कारण उड़ने वाली धूल और कृषि कचरे को जलाने से उत्पन्न होने वाले हानिकारक कणों के खतरनाक स्तर के संपर्क में आते हैं। इसके अलावा जिन शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 से ऊपर है, वहां की हवा में सांस लेना दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। ये कारक श्वसन रोगों के बढ़ते बोझ में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, साथ ही अस्थमा और सीओपीडी की बार-बार होने वाली गंभीरता को भी ट्रिगर करते हैं। मरीजों और देखभाल करने वालों को सशक्त बनाने तथा जनता को सटीक जानकारी प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए ब्रीदफ्री यात्रा जैसी पहल भारत में श्वसन रोगों के बढ़ते बोझ को शिक्षा, शीघ्र निदान और मरीज समर्थन के माध्यम से संबोधित करते हैं।”

जागरूकता और कार्रवाई के बीच अंतर को खत्म करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए डॉक्टर तोमर ने कहा, अस्थमा और सीओपीडी का प्रभावी प्रबंधन बीमारी का जल्दी पता चलने और डॉक्टर के बताए उपचारों का सख्ती से अनुपालन करने से होता है। हालांकि, इनहेलेशन थेरेपी से संबंधित बदनामी या चर्चा तथा गलतफहमियों के कारण और रोजाना के लक्षणों की बजाय गंभीरता पर ध्यान केंद्रित करने से अक्सर इन स्थितियों का नियंत्रण खराब रहता है। जागरूकता के साथ मजबूत सपोर्ट सिस्टम समर्थन प्रणालियों को जोड़ने वाला एक बहुआयामी दृष्टिकोण आवश्यक है जो मरीजों की स्क्रीनिंग से लेकर लंबे समय तक उपचार पालन तक मार्गदर्शन करे। ब्रीदफ्री यात्रा जैसी पहल मरीजों को बाधाओं को पार करने, अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य पर नियंत्रण पाने और उनकी जीवन गुणवत्ता को काफी हद तक बेहतर करने के लिए सशक्त बनाते हैं। सिप्ला की ब्रीदफ्री पहल ने अस्थमा और सीओपीडी मरीजों के लिए स्क्रीनिंग, कौनसेलिंग और उपचार अनुपालन के क्षेत्रों में व्यापक सहायता संसाधन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


 


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