धीरेंद्र शास्त्री बोले- भूत प्रेत के चक्कर में न पड़ाे
मेरठ में लगाया दिव्य दरबार, दंपती से कहा- घर में तंत्र क्रिया हुई
मेरठ। जाग्रति विहार एक्सेटशन में चल रहे हनुमंत कथा के तीसरे दिन बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने तीसरे दिन अपने दिव्य दरबार लगाते हुए कहा कि पहले हम दुश्मन का नाम बता देते थे तो कई अदालतों में हमारा पर्चा भी लग गया। अब हम समझदार हो गए।एक महिला अपने बेटे के भविष्य को लेकर चिंतित थी। बागेश्वर बाबा ने महिला से कहा- बेटे ने ऑनलाइन सट्टा खेला है। बेटे से कहो, व्यापार करे अपना। मकान का काम रुककर करना।
इसके बाद 'भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावैं' ये दोहा पढ़ा। इसके बाद भीड़ से एक युवक को बुलाया। कहा-प्रेत को मार लगाई जाए। फिर उससे कहा कि तुम मुठ्ठी बांध लो। ज्यादा बोले तो गुर्दा छील देंगे। चुप आवाज नहीं आए। मैंने बड़े-बड़े प्रेतों को ठीक किया है, तुम क्या हो।वहीं, एक दंपती से कहा- तुम्हारे घर में किसी ने तंत्र किया है, जिससे सभी लोगों को असुविधा हो रही है। ये तंत्र चौकी के वक्त किया गया है, इस वजह से बच्चा भी परेशान है।वहीं, कथा स्थल से कहा- गिनती के सवाल पूछना। ऐसा नहीं हो सकता है कि आप लोगों ने कांड किया हो और हमे पता न हो। हमे सब पता है। ऐसे में सोच समझकर सवाल पूछना। उन्होंने कहा- तंत्र मंत्र के चक्कर में आप ना पड़ो, इसलिए हम दरबार लगाते हैं।आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने अपने सामने जिन-जिनको प्रेत बाधा थी। सभी को कहा कि इन सबको एक साथ लेकर लाओ।आज सभी का प्रेत गायब कर देंगे। लगाओ जितनी ताकत लगानी है। सबका प्रेत निकल जाएगा।इसके बाद एक और लड़का आया। उससे पूछा-कहां से आया है, जहां से आया है, पहली बार आया है।तुम्हारे यहां पूरा घर बर्बाद हो गया है, किसी की घर में मौत हो गई है।शरीर में जब दर्द होता है, तुम सह नहीं पाते हो। सब ठीक जाएगा, जरा सा भी परेशान न होना।आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भीड़ से एक युवक को बुलाया। कहा-प्रेत को मार लगाई जाए। फिर उससे कहा कि तुम मुठ्ठी बांध लो। ज्यादा बोले तो गुर्दा छील देंगे। चुप आवाज नहीं आए।फिर उसकी पर्ची बनाई। कहा- तुम पागल करने आओ हो। युवक चिल्लाने लगा। उसे पर्ची दिखाई।कहा-सवारी आती है, तेरा गला पकड़ती है, तेरी सांस रुक जाती है। मुस्लिम तंत्र है। परेशान न हो, आशीर्वाद है।अर्जी के लिए एक महिला आई। उसने कहा कि मेरे पति का कारोबार सही से नहीं चल रहा है।इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा-2027 में अपना घर होगा। एक स्त्री ने पति का टोटका कराया हुआ है। वो तंत्र हम वापस करा देंगे।धीरेंद्र शास्त्री पर्चा पढ़ते हुए दंपति से कहा- तुम्हारे घर में किसी ने तंत्र किया है, जिससे सभी लोगों को असुविधा हो रही है। ये तंत्र चौकी के वक्त किया गया है, इस वजह से बच्चा भी परेशान है।दिव्य दरबार में पहली अर्जी अतुल, दूसरी विजय और तीसरी सुनील की अर्जी स्वीकार हुई। अरविंद सिंह, रेखा, अतुल की पर्ची स्वीकार की। बोले- गुरु कृपा बनी रहेगी। सुनील को बताया कि तुम पर सवा दो लाख का कर्ज है, जल्दी उतर जाएगा। जो शरीर में दिक्कत है, वो दूर होगी।धीरेंद्र शास्त्री ने कथा में कहा, मेरठ वालों देख लो, हम समय के पक्के हैं, कल वादा किया था कि 2 बजे आएंगे। देखो टाइम से आ गए ना।
कैन्हया मित्तल के भजनों पर झूले श्रद्धालू
कार्यक्रम में भजन गायक कैन्हया मित्तल भी पहुंचे। जिन्होंने अपने भजनों से श्रद्धालूओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होंने बजरंग बली पर भजनों के माध्यम से श्रद्धालूओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। पंडाल के अंदर महिलाए भी भजनों पर झूमती नजर आई।
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