वैक्सीन लगने से गर्भाश्य कैंसर से मुक्त होगी किशोरियां 

  आगामी 22 मार्च ग्रामीण क्षेत्र के  कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से योजना का होगा श्रीगणेश 

9 से 14 साल की बच्चियों को छह माह के अंतराल पर लगेगी दाे वैक्सीन 

 मेरठ। मेरठ में राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने एक अच्छी पहल करते हुए गर्भाश्य कैंसर की राेकथाम करने के लिए एक अभियान आरंभ किया है। जिससे मृत्यु दर को रोका जा सके। इसकी शुरूआत आगामी 22 मार्च से चौधरी चरण सिंह विवि के सुभाष चंद प्रेक्षागृह से आरंभ होगी। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की 9 से 14 साल की   बालिकाओं को योजना के वैक्सीन लगायी जाएगी। दूसरी वैक्सीन 6 माह के अंतराल पर लगायी जाएगी। 

 विकास भवन में मीडिया को जानकारी देते हुए राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने बताया कि देश में 8 मिनट में एक महिला और 24 घंटे में दौ सौ महिलाओं की गर्भाश्य कैंसर के कारण मौत हो रही है। मृत्यु दर को कम करने के लिए के लिए आगामी 22 मार्च को विवि के सुभाष चन्द्र प्रेक्षागृह से अभिनव पहल के अंतर्गत एक टीकाकरण कार्यक्रम का शुभाारंभ होने जा रहा है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पढने वाली 1122 बालिकाओं  को एचपीवी वायरस की रोकथाम के लिए यह वैक्सीन लगायी जायेगी।  जिसके लिये बच्चियों के अभिभावकों से सहमति प्रपत्र भी हस्ताक्षरित कराकर प्राप्त कर लिये गये है। उन्होंने यह पूरा कोर्स दाे वैक्सीन लगने से पूरा होगा। छह माह के अंतराल के बाद बालिकाओं को दूसरी वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया यह टीका महिलाओं के जननांगों से सबंधित सभी कैंसर कारगर है। उक्त वैक्सीन को कोरोना काल में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीटयूट ने बनाया है।क्रांतिधरा  मेरठ में सार्वजनिक तौर पर टीकाकरण की पहल की है। अभियान में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक,आईएमए ने सहयोग किया है। 

 इस दौरान उन्होंने सर्विकल कैंसर के बारे में भी जानकारी दी। बताया कि यह ज्यादातर 30 वर्ष की आयु की महिलाओं में होने वाला कैंसर है। जो महिलाओं के प्रजनन अंगों जैसे-सर्वाकल, ओवेरियन, यूटेरिन, वेजाइनल और वल्वल को नुकसान पहुंचाते है। यह दुनिया में महिलाओं को होने वाला चौथा कैंसर है। इसके कारण हर 8 मिनट में 1 महिला की मौत होती है। भारत में हर साल 1.24 लाख नए सर्वाकल कैंसर के मामलें दर्ज होते है। उन्होंने बताया  संक्रमित सभी महिलाओं को सर्वाकल कैंसर होने का खतरा होता है। एचपीवी एक ऐसा कॉमन वायरस है, जो सेक्स के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। सेक्सुअली ऐक्टिव लोगों को उनके जीवन काल में एक समय के बाद एचपीवी होने का खतरा होता है। यह ज्यादातर 15-25 वर्ष की किशोरावस्था और युवा वयस्कों में देखा गया है। इस मौके पर  डीएम वीके सिंह, सीडीओ नूपुर गोयल और मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आरसी गुप्ता,एसबीआई जोनल मैनेजर राजकुमार सिंह, मुख्य प्रबंधक निमिषा पांडे , पीएबी से जोनल मैनेजर विक्रमजीत सोम मौजूद रहे। 

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