अब चालान के लिए ट्रैफिक विभाग के चक्कर नहीं होंगे काटने
हाथों हाथ होगा चालान का भुगतान, ट्रैफि विभाग को मिली पीओएस मशीन
मेरठ। जिले की ट्रैफिक पुलिस लोगों को राहत देने जा रही है। अभी तक जहां चालान भरने के लिए लोगों को पुलिस लाइन के चक्कर काटने पड़ते थे वहीं अब ट्रैफिक पुलिस पीओएस मशीन के जरिए मौके पर ही चालान भुगत सकेगी। इससे जहां भ्रष्टाचार रुकेगा वहीं लोगों को भी पुलिस लाइन के चक्कर काटने से राहत मिलेगी।
ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर लखनऊ ट्रैफिक निदेशालय की तरफ से एक व्यवस्था की गई थी। अगर कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करता है और उसका चालान होता है तो उसको मौके पर पीओएस मशीन के जरिए चालान भरने की सहूलियत दी गई थी।मेरठ ट्रैफिक पुलिस को भी इसके अंतर्गत 75 मशीन मिली थी। ट्रैफिक पुलिस विभाग का उद्देश्य था कि अगर कोई नियमों का पालन नहीं करता है और उसका चालान कटता है तो वह मौके पर इस मशीन के जरिए ऑनलाइन चालान का भुगतान कर सकता है। लेकिन पिछले काफी दिनों से इन मशीन है का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। जिसकी वजह से लोगों को पुलिस लाइन के चक्कर काटने पड़ते थे। इसमें भ्रष्टाचार भी हो रहा था।मेरठ में अधिकतर इन मशीनों का उपयोग नहीं किया जा रहा था।
इन मशीनों का उपयोग नहीं किए जाने के बारे में सीओ ट्रैफिक नवीना शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है। कुछ मशीनों में खराबी आ गई थी उन सभी को सही करा दिया गया है। अब इन मशीनों के जरिए 75 पॉइंट पर ऑनलाइन चालान का भुगतान किया जा सकेगा। इससे लोगों को पुलिस लाइन नहीं जाना पड़ेगा। वह मौके पर ही चालान का भुगतान कर सकेंगे।
ट्रैफिक पुलिस की इस पहल से लोगों को चालान जमा करने में आसानी होगी। कई बार लोग इसकी मांग उठा रहे थे कि जब चालान पुलिस करती है और मौके पर अगर कोई भुगतान करना चाहता है तो उसको ये सुविधा देनी चाहिए। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस की इस पहल से लोगों को भी चालान भुगतान में फायदा होगा, उनको पुलिस लाइन नहीं जाना पड़ेगा। वे अब मौके पर ही चालान का भुगतान कर सकेंगे।
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