एमआईईटी के फेस्ट ‘कोलाहल-2025’ में जस्सी गिल और बब्बल राय की रॉकिंग परफॉर्मेंस
-जस्सी गिल और बब्बल राय के गानों पर झूमे युवा
-एमआईईटी में तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव 'कोलाहल-2025' का धमाकेदार समापन
मेरठ। एमआईईटी में तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव युवा महोत्सव कोलाहल 2025 के तीसरे दिन छात्र-छात्राओं ने अपने हुनर की विभिन्न प्रस्तुति से कोलाहल को चार चांद लगाए। कोलाहल के तीसरे दिन की शुरुआत विभिन्न प्रतियोगिताओं के छात्र छात्रों एवं मेधावी छात्रों के सम्मान समारोह के साथ हुई। इसके बाद रंगमंच नाटक की प्रस्तुति की गई जिसमें 6 टीमों ने विभिन्न सामाजिक मुद्दे जैसे राजनीति महिला सुरक्षा कन्या भ्रूण हत्या बलात्कार आदि मुद्दों को नाटक के जरिए सामाजिक संदेश दिया। इसके बाद ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने हुनर का परिचय देते हुए विभिन्न प्रस्तुतियां दी।
शाम के समय कोलाहल का मुख्य आकर्षण पंजाबी सिंगर एवं एक्टर जस्सी गिल और बब्बल राय की लाइव परफॉर्मेंस हुई।
अपनी आवाज से युवा दिलों पर छाने वाली मशहूर पंजाबी सिंगर जस्सी गिल और बब्बल राय ने शुक्रवार की शाम को एमआईईटी के वार्षिकोत्सव युवा महोत्सव कोलाहल में लाइव प्रस्तुति से युवाओं के होश उड़ा दिए। जस्सी गिल और बब्बल राय ने एक से बढ़कर एक गाने सुनकर और अपने अंदाज से छात्र-छात्राओं के जोश को परवान चढ़ा दिया। चारों तरफ मस्ती का सुरूर, इस तरह रहा कि वंस मोर, वंस मोर की आवाज गूंज उठी। देर रात तक कॉलेज परिसर में मस्ती का आलम छाया रहा। मंच रंगीन रोशनी से नहाया था, सीटियों का शोर और मोबाइल से फोटो लेने की होड़ मची थी, जैसे-जैसे रात होती गई आवाज का जादू और छात्रों का उत्साह दुगना होते गए।
जस्सी गिल और बब्बल राय ने अपने लोकप्रिय गीतों की श्रृंखला में बापू जमींदार, निकले करंट, गिटार सिखदा.., तेरे लेई, कुड़ी तू पटाका, यार जट्ट दे, जट्ट दे टिकने, गब्बारू, लांसर, नखरे, झुमके, दिल तों ब्लैक, आदि गाने गाए। गीत सुनकर छात्र-छात्राओं को थिरकने के लिए विवश कर दिया।
इस अवसर पर एमआईईटी के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, कैंपस निदेशक प्रो. डॉ. एस.के. सिंह, डायरेक्टर एकेडमिक डॉ. रंजीत वर्मा,डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. हनी तोमर,मीडिया हेड अजय चौधरी उपस्थित रहे। आयोजन में छात्र कमेटी से सुवांश जिंदल, हर्षित गोयल, अभिषेक मिश्रा, अथर्व गुप्ता, दिव्यांशी दीक्षित और उत्कर्ष गर्ग का विशेष योगदान रहा।
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