विश्व आर्द्र भूमि दिवस पर अतिथि व्याख्यान आयोजित

 मेरठ। रविवार को रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर निवेदिता मलिक के निर्देशन में प्लांट कंजर्वेशन सोसायटी के द्वारा "विश्व आर्द्र भूमि दिवस" के अवसर पर एक ऑनलाइन अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया । इस व्याख्यान की मुख्य वक्ता प्रोफेसर मोनिका कौल, डिपार्टमेंट ऑफ़ बॉटनी, हंसराज कालिज, दिल्ली विश्वविद्यालय रहीं । 

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रोफ निवेदिता मलिक ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि प्रकृति की खूबसूरती को उभारने वाले वेटलैंड का इंसानी सभ्यता एवम संस्कृति को समृद्ध करने में बड़ा योगदान रहा है । इंसानी दुनिया के बने रहने में योगदान के साथ ये जलीय जीवन का आधार है । प्रौफेसर कौल के व्याख्यान का विषय "हमारे सांझा भविष्य के लिये आर्द्रभूमि का संरक्षण" रहा । प्रोफेसर कौल ने अपने व्याख्यान में बताया की पूरे विश्व में पिछले दो दशकों में आर्द्रभूमि में निरंतर कमी आ रही है जिससे पृथ्वी की जैव विविधता पर अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है । इसके भविष्य में आने वाली पीढियां पर अनेक प्रकार के दुष्प्रभाव संभावित हैं, अतः हमें विश्व भर में वेटलैंड को बचाए रखने के लिए मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए । उन्होंने बताया कि आर्द्रभूमि जल विज्ञान चक्र, बाढ़ नियंत्रण और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । आर्द्रभूमि का संरक्षण पृथ्वी पर जीवन का संरक्षण है । व्याख्यान के अंत में सभी प्रतिभागियों ने फीडबैक फॉर्म भरें और आर्द्रभूमि के लिए लोगों के बीच सही जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की । कार्यक्रम की कन्वीनर डॉ गरिमा मलिक, एमएससी वनस्पति विज्ञान विभाग कोऑर्डिनेटर, ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी से आर्द्रभूमि को बचाने और उसकी महत्वता को लोगों तक पहुंचाने का आवाहन किया । इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, बिहार, जम्मू कश्मीर तथा  महाराष्ट्र से लगभग 80 प्रतिभागियों ने सहभागिता की । कार्यक्रम की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ मधु मलिक रहीं । कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रॉफ अमिता शर्मा, मिसेज़ संयोगिता कुमारी, डॉक्टर गीता सिंह तथा डॉक्टर अनुपमा सिंह का सहयोग रहा ।

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