सड़क हादसे में घायल स्टूडेंट को डॉक्टरों ने दिया नया जीवन
हेलमेट न होने के कारण एक्सीडेंट में चेहरे के अधिकतर हड्डियां टूट गई
मेरठ। डॉक्टर को भगवान यूं ही नहीं कहा जाता। शामली का एक बी ए का जो बिना हेलमेट के पेपर देकर घर वापस लौट रहा था सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। चेहरे की अधिकतर हड्डियां टूट गई थी। परिजनों को भी उसके बचने की उम्मीद कम थी। लेकिन लेकिन चिकित्सकों ने उसका 5 घंटे तक आपरेशन कर नया जीवन दान दिया। मरीज के परिजन चिकित्सकों को भगवान का रूप मान रहे हैं।
शामली के बंटी खेड़ा के अक्षय कुमार बीए का स्टूडेंट है वह 21 जनवरी को अपने बी ए के पेपर देकर बाइक से घर लौट रहा था। उसने हेलमेट नहीं लगाया था । सिसोली के पास उसका एक्सीडेंट हो गया। हादसे के कारण उसका चेहरा पूरी तरह डैमेज हो गया था।परिजन उसे मेरठ के आनंद हॉस्पिटल लेकर आए।जहां डॉ पुनीत कालरा, डॉ अजय गुप्ता, डॉ एन पी सिंह, कीर्ति जैन की टीम ने पांच घंटे सफल ऑपरेशन कर उसके चेहरे की हड्डियों को जोड़ा। अब अक्षय पूरी तरह फिट है।
डॉक्टर पुनीत कालरा ने बताया कि मैरिज जिस कंडीशन उनके पास आया था। उसके बचने की उम्मीद कम थी। 5 घंटे चले ऑपरेशन से मरीज को नया जीवन दान मिला है। डॉक्टर मैं नई पहल करते हुएं मरीज को नया हेलमेट दिया। और लोगो सेआग्रह किया। कि घर के बाहर निकालने के पहले हेलमेट जरूर पहनें।हेलमेट पहनने से सड़क दुर्घटना होने पर काफी हद तक जान के जोखिम के खतरे को रोका जा सकता है। पिता सतेन्द्र को अपने बेटे को ठीक होने पर खुशी के आंसू छलक उठे।


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