रुद्रा कॉलेज ऑफ लॉ, मवाना में 'मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2.0' का भव्य आयोजन
मवाना। रुद्रा कॉलेज ऑफ लॉ, मवाना, मेरठ में आज ‘मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2.0’ का भव्य आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता प्रिंसिपल डॉ. उर्मिला मोरल और डायरेक्टर डॉ. मनोज शर्मा के कुशल नेतृत्व में संपन्न हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा (सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं डायरेक्टर, प्रणव वशिष्ठ ज्यूडिशियल अकैडमी) रहे, जिन्होंने अपने अनुभवों से छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। इस बार की मूट कोर्ट समस्या पर्यावरण संरक्षण से संबंधित थी, जिसमें छात्रों ने गहन शोध और तर्कों के आधार पर अपने पक्ष प्रस्तुत किए। प्रतिभागियों की भूमिकाएँ –पेटीशनर नंबर 1 की अधिवक्ता – छवि काकराण, पेटीशनर नंबर 2 – गुफरान, पेटीशनर नंबर 3 – माहीन, बचाव पक्ष की अधिवक्ता – मिंकल चौधरी, मूट कोर्ट जज – सिदरा (BALLB अंतिम वर्ष) रहीं।सीरत फातिमा, मनस्वी, ज्योति, अमन, हुजैफा आदि ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता के दौरान छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण कानूनों, सरकारी नीतियों और न्यायिक निर्णयों के आधार पर अपने तर्क प्रस्तुत किए। दोनों पक्षों के बीच गहन बहस हुई, जिसमें छात्रों ने अपनी कानूनी समझ, अनुसंधान क्षमता और तार्किक विश्लेषण का शानदार प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि डॉ. ज्ञानेंद्र शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि "मूट कोर्ट प्रतियोगिता न केवल कानून के सैद्धांतिक ज्ञान को व्यवहारिक रूप से लागू करने का मंच प्रदान करती है, बल्कि यह छात्रों को वास्तविक न्यायिक प्रक्रिया का अनुभव भी कराती है। पर्यावरण संरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर की गई यह बहस छात्रों की कानूनी दक्षता को और अधिक परिष्कृत करेगी।" प्रिंसिपल डॉ. उर्मिला मोरल ने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि "रुद्र कॉलेज ऑफ लॉ छात्रों को केवल शैक्षणिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रतियोगिता ने साबित किया कि हमारे छात्र भविष्य में कुशल अधिवक्ता बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।" डायरेक्टर डॉ. मनोज शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि "मूट कोर्ट जैसी प्रतियोगिताएँ छात्रों की तार्किक क्षमता, अनुसंधान कौशल और न्यायिक दृष्टिकोण को निखारने का सर्वोत्तम माध्यम हैं। पर्यावरण से जुड़ी कानूनी समस्याओं पर उनकी प्रस्तुति बेहद प्रभावशाली रही।"
इस अवसर पर रुद्रा कॉलेज ऑफ लॉ के डीन पंकज भारद्वाज, असिस्टेंट प्रोफेसर प्रियंका त्यागी, योगिता बैंसला और रीना अंसारी सहित सभी संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम की सफलता ने यह सिद्ध किया कि रुद्र कॉलेज ऑफ लॉ अपने छात्रों को न्यायिक प्रक्रिया का व्यावहारिक ज्ञान देने और उन्हें एक सक्षम अधिवक्ता के रूप में तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
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