जीजा ने साले को राजश्री गुटखे में जहर देकर सुलाया मौत की नींद
विसरा रिपोर्ट हुआ हत्या का राज ,लव मैरिज और रूपये की डिमांड की मौत की वजह
लखनऊ,एजेंसी। लखनऊ के ठाकुरगंज, कन्हईखेड़ा में रिश्ते में लगने वाले जीजा ने साले को मौत के घाट उतारने के लिए गुटखे में जहर देकर मौत की नींद सुला दिया। किसी को उस पर शक न हो स्वंय साले को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन कहावत है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों ने एक न एक क्लू छोड़ देता है। विसरा रिपोर्ट होने के बाद मौत से पर्दा उठ गया। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर जीजा व उनके भाई को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
दरअसल लखनऊ के ठाकुरगंज, कन्हईखेड़ा निवासी छोटे उर्फ छोटू (19) रमेश टेंट हाउस में मजदूरी करता था। टेंट हाउस के मालिक शुभम लोधी और बऊवा लोधी हैं। शुभम लोधी, छोटे का जीजा लगता था। छोटे अपना पैसा मांगता लेकिन वो दोनों पैसा नहीं दे रहे थे। इसके बाद छोटे ने काम पर भी जाना बंद कर दिया। 1 अगस्त को सुबह 9 बजे टेंट हाउस के मालिक दोनों भाई बाइक से पहुंचे। बोले कि काम पर चलो, हिसाब पूरा कर देंगे। इस बात पर भरोसा करके छोटे उनके साथ चला गया।छोटे पान मसाला खाता था। इसकी जानकारी दोनों भाईयों को थी। इसलिए उन्होंने प्लानिंग के तहत छोटे को टेंट लगाने के लिए छत पर ऊपर चढ़ाया। इसके बाद नीचे से ही राजश्री ब्रांड के गुटखे में जहर मिलाकर उसे खाने के लिए दे दिया। गुटखा खाने के 10 मिनट बाद ही वह बेसुध होकर गिर गया।इसके बाद दोनों भाईयों ने उसे अस्पताल ले जाने का नाटक किया, ताकि किसी को शक न होने पाए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया और बॉडी का पोस्टमार्टम कराया गया।
ठाकुरगंज इंस्पेक्टर श्रीकांत राय ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को मिली थी। हमें पंचनामा कराने में काफी समय लगा। इससे पोस्टमार्टम में देरी हुई। बॉडी जब पोस्टमार्टम के लिए जाने लगी, तभी देखा गया तो मुंह से झाग निकल रहा था। पूरा शरीर नीला पड़ा था।इसलिए उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया। इसके बाद बिसरा को जांच के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ ऐसा सामने नहीं आया था कि कोई कार्रवाई की जा सके।श्रीकांत राय ने बताया कि शव देखकर हत्या का संदेह हो चुका था, लेकिन सबूत न होने से कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। मृतक की मां माया देवी लगातार थाने के चक्कर लगाती रहीं। हर बार आकर रोते हुए बिसरा रिपोर्ट के बारे में पूछती थी। उन्हें अश्वासन देकर भेजा जाता था। पुलिस को भी रिपोर्ट का इंतजार था, क्योंकि आगे की जांच उसी रिपोर्ट पर टिकी थी।पुलिस के पास शनिवार (4 जनवरी) को बिसरा रिपोर्ट पहुंची। पुलिस, दोनों भाईयों को हिरासत में लेने के लिए कागज तैयार करने लगी। दोनों भाईयों को घर से पकड़ने के लिए एक व्यक्ति के जरिए टेंट लगवाने की बात कही गई।इसके बाद दोनों भाइयों ने टेंट के लेन देन को लेकर मिलने के लिए बुलाया। पुलिस टीम वहां पहुंची और दोनों को पकड़कर थाने लाया गया। उनसे बिसरा रिपोर्ट के आधार पर पूछताछ की गई, तो राज खुल गया। दोनों को कोर्ट में पेश करके जेल भेजा गया।
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