कैसा हो नया बजट
इलमा अजीम
जल्द ही बजट 2025 पेश किया जाएगा। देश के लोगों में बजट घोषणाओं को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। आम आदमी, व्यापार जगत, इंडस्ट्री और वृहत समाज को इससे बहुत उम्मीदें होती हैं।
देश की आजादी के साथ 26 नवंबर, 1947 को भारत के पहले वित्त मंत्री आरके शानमुखम चेट्टी द्वारा शुरू किया गया यह सफर निर्बाध तरीके से निर्मला सीतारमण तक चला आ रहा है। यह केंद्रीय बजट एक अप्रैल से शुरू होकर अगले साल 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए देश की वित्तीय योजना को तय करेगा। सरकार 2025 के बजट में नया आयकर विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है।
इसका मतलब है कि देश के 64 साल पुराने आयकर कानून में बदलाव हो सकता है। नए विधेयक का लक्ष्य मौजूदा कर नियमों को सरल बनाना, उन्हें समझना आसान बनाना और दस्तावेजों के आकार को लगभग 60 फीसदी तक कम करना है। जहां तक देश की आर्थिक स्थिति का सवाल है तो मौजूदा वित्त वर्ष के लिए पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक, जीडीपी ग्रोथ 6.4 फीसदी पर आती दिख रही है।
इसको और गति चाहिए। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन 5.3 फीसदी ही बढ़ेगा, जो पिछले वित्त वर्ष में 9.9 फीसदी बढ़ा था। सर्विसेज सेक्टर की ग्रोथ 5.8 फीसदी रहने का अनुमान है, जो सालभर पहले 6.4 फीसदी थी। फाइनैंशल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सेगमेंट की ग्रोथ 8.4 फीसदी के मुकाबले 7.3 फीसदी रहने का अनुमान है। लंबे समय से मिडिल क्लास इनकम टैक्स में छूट का दायरा बढऩे की उम्मीद कर रहा है। बजट 2025 में मिडिल क्लास की यह उम्मीद सरकार पूरी कर सकती है।
बजट 2025 भारत की शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने और इसे विश्व स्तरीय बनाने के लिए एक सुनहरा अवसर है। डिजिटल शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण और कौशल विकास पर जोर देकर सरकार युवाओं को एक मजबूत और कुशल कार्यबल में बदल सकती है।
No comments:
Post a Comment