जो काम कोई नहीं कर पाया वह कार्य आरएसओ ने कर दिखाया 

  जमीन पर पांच करोड़ की लागत से खिलाड़ियों के बनाए जाएंगे बीस कमरे 

  मेरठ। लंब समय से मेरठ का आरसओ का पद ग्रहण करने वाले केवल स्टेडियम के पीछे मवाना पर कब्जाई गयी जमीन को खाली कराने की माथापच्ची करते रहे । लेकिन किसी भी अधिकारी की नजर 988 मीटर जमीन पर नहीं पड़ी । अब उस जमीन पर पांच कराेड़ की लागत से खिलाड़ियों के लिए बीस कमरे तैयार किए जाएगें । जिस कार्य आरंभ शुरू हो गया है।यह कार्य वर्तमान में तैनात रहे आरएसओ अनिमेष सक्सेना ने कर दिखाया है। 

  बता दें कैलाश प्रकाश स्पोर्टस स्टेडियम के मवाना बस अडडे के पास वर्षाे से 988 मीटर जमीन पड़ी थी । कितने आरसओ कैलाश प्रकाश स्टेडियम में अधिकारी बन कर आए लेकिन किसी की नजर उस बेशकीमती जमीन नहीं पड़ी । उनका ध्यान केवल मवाना अडडे पर पड़ी जमीन पर लगा रहा । इस जमीन किसी का ध्यान नहीं गया। उस जमीन पर  उस जमीन पर गाजियाबाद में स्टेडियम में तैनात विरेन्द्र सिंह का परिवार लंबे समय से रह रहा है। 



हरदाेई में आरएसओ के पद रहते हुए मेरठ में जूडो के हॉल के बनाने के लिए जमीन तलाशने के आरएसओ मेरठ आए थे। लेकिन उस समय तैनात अधिकारियों ने उक्त जमीन पर विभाग के कर्मचारी के परिवार के रहने के लिए मामले को दबा दिया।  जब आरएसओ बन कर अनिमेष  सक्सेना ने मेरठ आए तो उन्होंने जमीन को तलाश किया तो वह 988 मीटर की निकली। वहां एक विभागीय परिवार लंबे समय से रह रहा है। जिस पर आरएसओं ने एमडीए उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे से उक्त जमीन पर बीस कमरे  खिलाड़ियों केलिए बनाने की बात की।  जिस पर एमडीए उपाध्यक्ष ने जमीन खाली कराने पर पांच करोड़ रूपये देने का वादा किया। आरएसओ ने विभाग परिवार से मिलकर जमीन को खाली कराने को कहा । वहां रह रहे परिवार को स्टेडियम में कमरदेने का वादा किया। बुधवार को परिवार को जमीन खाली कराने का नोटिस जारी कर दिया है। परिवार ने दो माह का समय जमीन खाली कराने के लिए मांगा है। 

 अब खिलाडियों को बाहर नहीं रहना पडे़गा 

 बता दें कैलाश प्रकाश स्पोर्टस स्टेडियम में मंडल स्तरीय व राज्यतरीय प्रतियोगिता हर साल आयोजित की जाती है। ऐसे में बाहर से आने वाले खिलाड़ियों को धर्मशाला व होटलों में रहना पड़ता था। जिस पर हर साल लाखों रूपये खर्च होते थे। अब बीस कमरे बनने से खिलाड़ी आराम से कमरों में रह सकेंगे। 

     

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