बोर्ड एग्जाम में इस तरह दें प्रश्नों के जवाब...
ले आएंगे मन चाहे अंक, नहीं कटेंगे नंबर
मेरठ। सीबीएसई बोर्ड एग्जाम कक्षा 10 की तैयारी कर रहे छात्रों के पास अब रिवीजन के लिए मुश्किल से 20-25 दिन बचे हैं। ऐसे हालात में छात्रों को उत्तर लिखने पर ध्यान देना चाहिए। डिजिटल समय में पैन और पेपर से लिखने की आदत कम होती जा रही है। यदि आप साफ नहीं लिख सकते या समय पर पेपर पूरा नहीं कर सकते, तो आप बोर्ड परीक्षा में असफल हो सकते हैं।
सीबीएसई बोर्ड एग्जाम 15 फरवरी 2025 से शुरू होंगी। कई अन्य बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी फरवरी-मार्च में शुरू हो जाएंगी। 2025 की बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों के पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है।इसलिए, आखिरी समय में नई किताबें या नए सबजेक्ट पढ़ने के बजाय, जो आप पहले से पढ़ चुके हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें। अपना ज्यादा से ज्यादा समय आंसर लिखने की प्रैक्टिस करने में लगाने से आपको बोर्ड एग्जाम में अच्छे नूबर मिलेंगे।
लिख लिख कर करें अभ्यास
पढ़ाई का तरीका बहुत बदल गया है। जहां पहले बच्चे चीजों को लिखकर याद कर लेते थे, वहीं अब सब कुछ बस एक क्लिक से हो जाता है। ज्यादातर छात्र लैपटॉप, मोबाइल फोन या टैबलेट पर पढ़ाई करते हैं और वहीं प्रैक्टिस एग्जाम भी देते हैं।
ऐसे में उनका आंसर लिखने की प्रैक्टिस लगभग छूट जाती है। लेकिन यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि बोर्ड परीक्षा में आपको सिर्फ पेन से ही लिखना होगा। बोर्ड परीक्षा में आंसर लिखने के लिए कुछ टिप्स जानें।
बोर्ड एग्जाम में प्रश्नों के उत्तर कैसे लिखें?
कई छात्र सही उत्तर लिखने के बाद भी मनचाहे नंबर नहीं ला पा ते। उन्हें अपनी गलतियों का अहसास नहीं होता और इसीलिए वे बार-बार उन गलतियों को दोहराते रहते हैं। बोर्ड परीक्षा 2025 में प्रश्नों के उत्तर कैसे लिखें, जानें।
राइटिंग स्टाइल– आपकी राइटिंग स्टाइलएकदम स्पष्ट होनी चाहिए। आप जो लिखते हैं वह सभी के लिए पढ़ने योग्य होना चाहिए। बेशक, आपको साफ-सुथरी हैंडराइटिंग के लिए एक्स्ट्रा पॉइंट्स नहीं मिलेंगे। लेकिन यदि एग्जामिनर आपकी हैंडराइटिंग नहीं पढ़ पाता तो उसे नंबर काटने में एक सेकंड भी नहीं लगेगा।
आंसर शीट साफ रखें– कई छात्र आंसर तो सही लिखते हैं लेकिन जस्टिफिकेशन शीट को रफ कॉपी के रूप में उपयोग करते हैं। इसके कारण नंबर कटने का खतरा रहता है। आंसर शीट हमेशा साफ रखें। यदि आपको एक ही शीट पर रफ वर्क करना है, तो कोने में लाइन खींचकर पार्टीशन बना लें।
सिंबल बनाएं: चाहे आप किसी भी धर्म से संबंधित हों, चाहे आप किसी भी देवता या शक्ति में विश्वास करते हों, आपको उनका उल्लेख अपने आंसर शीट पर नहीं करना चाहिए। कागज पर किसी भी प्रकार का निशान न बनाएं। पेपर की जांच करने वालों को संदेह होता है कि आप उन्हें अपने बारे में बताने की कोशिश कर रहे हैं। यह नियमों के विरुद्ध है।
सब हेडिंग बनाएं: आंसरो को एक ही फार्मेट में लिखने से कन्फ्यूजन कम होता है और आसंर शीट चैक करने वाले के लिए समझना भी आसान हो जाता है। आप आंसर को कई भागों में बांट सकते हैं- टाइटल और सबटाइटल लिखने के बाद आंसर को बुलेट पॉइंट में लिखें।
डायेग्राम : यदि किसी आंसर में Diagram है तो उसे अच्छी तरह बनाएं। Diagram का नामकरण करने के साथ-साथ सभी भागों को लेबल भी करें। आप उत्तर को टेबर के रूप में भी लिख सकते हैं। ऊपर बताए गए पैटर्न के अनुसार पेपर लिखकर आप हर सबजेक्ट में अच्छे नंबर ला सकते हैं।
No comments:
Post a Comment