गणतंत्र दिवस के अवसर पर जयन्त चैाधरी ने 100 उद्यमियों को किया सम्मानित

मेरठ : 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री माननीय श्री जयन्त चौधरी की उपस्थिति में कौशल भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में स्किल ईकोसिस्टम से भारत भर के 100 प्रतिष्ठित उद्यमियों की उपलब्धियों का उत्सव मनाया गया। भारत सरकार द्वारा आमंत्रित इन उद्यमियों को गणतंत्र दिवस परेड में विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित भी किया गया, जिसमें स्किल इंडिया मिशन के तहत राष्ट्र के विकास और इनोवेशन को आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पहचानी गई।

दावोस में वल्र्ड ईकोनोमिक फोरम से लौटने के बाद, श्री चौधरी ने ग्लोबल बिजनेस लीडरों के साथ हुई बातचीत से मिली सोच साझा की। उन्होंने कहा भारत के स्किल्ड वर्कफोर्स को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिल रही है, साथ ही हमारे टैलेन्ट पूल की व्यापक रूप से सराहना की जा रही है। ग्लोबल स्किल कैपिटल के रूप में हमारा उभरना एक्सीलेन्स के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। दावोस में हुई चर्चा सस्टेनेबिलिटी, आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स जैसी उभरती टेक्नोलॉजी और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर ध्यान केंद्रित करने पर आधारित थी।

भारत का स्टार्ट-अप इकोसिस्टम दुनिया में सबसे बड़ा है जिसमें 118 यूनिकॉर्न हैं, जिनकी कीमत 354 बिलियन डॉलर है। यह सफलता दूरदर्शी नीतियों, प्रभावी क्रियान्वयन और उद्यमियों की अनुकूलनशीलता से प्रेरित है। एमएसएमई सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया गया, जिसमें 63 मिलियन उद्यम शामिल हैं, जो 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं और जीडीपी में 30प्रतिशत और एक्सपोर्ट में 45प्रतिशत का योगदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, स्किल इंडिया मिशन के परिवर्तनकारी प्रभाव पर ध्यान दिया गया, जिसमें युवाओं को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया गया।

श्री जयन्त चौधरी ने स्किल्ड टैलेन्ट के सोर्स के रूप में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए उपस्थित उद्यमियों की सराहना की। उन्होंने कहा इस राष्ट्रीय समारोह में 100 उद्यमियों की भागीदारी हमारी कौशल पहलों के प्रभाव को दिखाती है। इन कार्यक्रमों ने देश भर में लोगों को सशक्त बनाया है, स्थायी आजीविका पैदा की है और अनेक लोगों को उद्यमशीलता की यात्रा करने के लिए प्रेरित किया है।

उन्होंने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वाेत्तर सहित विभिन्न क्षेत्रों के इन उद्यमियों की कड़ी मेहनत पर बात की। झारखंड के रामगढ़ निवासी रितेंद्र प्रसाद नामक उद्यमी को विशेष सम्मान दिया गया, जिन्होंने एवीआईटी चेन्नई से इलेक्ट्रिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में ग्रेजुएशन किया और सोलर एनर्जी सेक्टर में उनका एक दशक का लंबा अनुभव है। उन्होंने निस्बड से ऑन्तरप्रेन्योरशिप डेवलपमेन्ट प्रोग्राम (ईडीपी) किया है और फिर अपना खुद का सोलर बिजनेस खोला है।

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