दिल्ली कूच पर अड़े किसान, चिल्ला बार्डर हुआ जाम

पुलिस ने बढा़ई सुरक्षा, ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू
नई दिल्ली (एजेंसी)। नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर सोमवार को  किसानों द्वारा दिल्ली कूच के चलते भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। किसान अपनी प्रमुख मांगों को लेकर दिल्ली मार्च करने पर अड़े हुए हैं। ये आंदोलन भूमि अधिग्रहण, मुआवजे और अन्य विभिन्न मुद्दों को लेकर हो रहा है।
आंदोलनरत किसानों का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान परिषद जैसे संगठनों द्वारा किया जा रहा है। किसान इस समय अपने अधिकारों की रक्षा और उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
 किसानों के दिल्ली कूच को लेकर नोएडा और दिल्ली पुलिस दोनों ही पूरी तरह से अलर्ट हैं। पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी बॉर्डर, और अन्य प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड्स लगाकर इन मार्गों को बंद कर दिया है।
पुलिस बल को इन बॉर्डरों पर तैनात किया गया है, ताकि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा सके। इसके अलावा, ट्रैफिक डायवर्जन की योजना भी बनाई गई है, ताकि दिल्ली जाने वाली सड़कों पर जाम की स्थिति से बचा जा सके। नोएडा-दिल्ली बॉर्डर और अन्य प्रमुख मार्गों पर भारी ट्रैफिक जाम के चलते ट्रैफिक डायवर्जन की योजना बनाई गई है।

किसानों की प्रमुख मांगें
1. भूमि अधिग्रहण पर मुआवजा
2. नए भूमि अधिग्रहण कानून का लाभ लागू किया जाए
3. भूमिहीन किसानों के पुनर्वास और रोजगार के अवसर
4. आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण
5. हाई पावर कमेटी की सिफारिशें लागू हों

किसानों के इस आंदोलन पर एक नजर
इस आंदोलन की शुरुआत 27 नवंबर 2024 को हुई थी, जब किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद 28 और 29 नवंबर को यमुना प्राधिकरण के बाहर भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनकारियों के नेताओं की विभिन्न अधिकारियों के साथ वार्ता हुई, लेकिन किसानों की डिमांड्स पर कोई ठोस सहमति नहीं बनी। इसके बाद किसानों ने 2 दिसंबर 2024 को दिल्ली कूच करने का फैसला लिया और संसद घेराव की चेतावनी दी।

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