मेरठ में कल काला दिवस
मुख्य बिजली अभियंता के वीआरएस की तैयारी!
एक जनवरी को अभियंता काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे
मेरठ। बिजली के निजीकरण के खिलाफ प्रदेश भर के बिजली कर्मचारी कल काला दिवस मनाएंगे। मेरठ में भी बिजली कर्मचारी काली पट्टियां बांध कर काम करेंगे और विरोध जताएंगे। उधर दूसरी ओर उप्र पावर ऑफिसर एसोसिएशन का दावा है कि बिजली कंपनियों में बड़ी संख्या में अभियंताओं के निलंबन के बाद अब 8 से ज्यादा मुख्य अभियंता स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस ) लेने की तैयारी में है। अगर ऐसा हुआ तो यह ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास का पहला मामला होगा। पदाधिकारियों के अनुसार पहली बार विद्युत वितरण क्षेत्र के आठ मुख्य अभियंता स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस ) की लाइन में लगे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्तमान में बिजली निगमों में अभियंता अपने मान सम्मान को बचाने के लिए नौकरी के आखिरी समय में स्वयं नौकरी से अपने को अलग कर घर में बैठना उचित समझते हैं। उधर निजीकरण के खिलाफ एक जनवरी को अभियंता काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे।
निजीकरण के विरोध में अभियंता आर पार की लड़ाई का एलान कर चुके हैं। निजीकरण को लेकर अभियंताओं व अन्य कर्मचारियों की ओर से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों शैलेन्द्र दुबे, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, महेन्द्र राय, पी.के.दीक्षित, दीपक चक्रवर्ती और सरजू त्रिवेदी के अनुसार निजीकरण के विरोध में 1 जनवरी को बिजली कर्मी पूरे दिन काली पट्टी बंधेंगे और काला दिवस मनाया जाएगा।
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