हैल्थ क्लेम लेने के लिए मरीज ने छिपाई बीमारी
पैसे न देने पड़े अस्पताल में काटा हंंगामा
मेरठ। अगर आप हैल्थ इंश्योरेंस करा रहे है तो अपनी पुरानी बीमारी को आवदेन करते समय न छिपाए हो सकता है। आपको इसके लिए परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। शहर के एकअस्पताल में पांच दिन से भर्ती एक महिला को पुरानी बीमारी की केस हिस्ट्री छिपाने पर क्लेम नहीं दिया। जिस पर महिला व उनके परिनजों ने हंगामा कर दिया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने महिला से अस्पताल की रकम जमा कराने के लिए कहा। आखिरकार महिला को दो दिन की चेतावनी देते हुए डिस्चार्ज कर दिया।
सरधना क्षेत्र के छूर गांव की मीनाक्षी शर्मा आशा के पद पर कार्यरत है। गत अगस्त माह में उसने रिलायंस है टीपीए हेल्थ इश्याोंस के एजेंट विकास ने अपना हैल्थ इश्योरेंंस कराया था। महिला के अनुसार एजेंट ने जितना पूछा उतना ही उन्होंने बताया । जबकि तीन साल पूर्व बच्चेदानी का सर्जरी कर बाहर निकाल दिया गया था। 13 अगस्त को मीनाक्ष्री की तबियत खराब हो गयी। इस पर उसकी बेटी उसे लोकप्रिय अस्पताल गढ़ रोड़ लेकर पहुंची। चिकित्सकों के इश्योरेस के आधार पर उपचार आरभ कर दिया। तीन दिन बाद अस्पताल ने उनसे बीस हजार रूपये सिक्योरिटी के रूप में जमा कराने के लिए कहा । जिस पर मीनाक्षी ने अस्पताल के मैनेजर से कहा उनका इश्योरेंस है वह किसी आधार पर रूपया जमा करें। इस बीच महिला का अल्ट्रासांउड किया गया तो महिला की बच्चेदानी नहीं मिली। जिस पर अस्पताल ने कंपनी को इस बारे में सूचना दी। जिस पर कंपनी ने मीनाक्षी की फाइल का रिजेक्ट कर दिया। सोमवार को महिला पर अस्पताल वालों ने पूरा पैसा जमा करने का दबाव बनाया तो महिला ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच मोके थाना नौचंदी पुलिस मौके पर पहुंची। उसने पूरी जानकारी लेने के बाद महिला से रूपया जमा कराने के लिए किया। जिस पर महिला ने 112 पर फोन कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस कमिर्यों को पूरी जानकारी। जिस पर 112 के कर्मियो ंने एंजेसी से सम्पर्क करने का प्रयास किया। पताा चला उसने महिला से पुरानी बीमारी की हिस्ट्री के बारे में पूछा नहीं ।उन्होंने एजेंसी को जमकर हड़काया। अब पेंच अस्पताल के पेंमट का फस रहा था। जिस पर अस्पताल के मैनेजर प्रदीप कुमार ने दो दिन के अंदर अस्पताल का भुगतान करने चेतावनी देते हुए मुकदमा दर्ज कराने का्े कहते हुए उसे डिस्चार्च कर दिया। मीनाक्षी का कहना है वह दो दिन में पैसा जमा करा देगी।
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