गाँव खजूरी में संविधान दिवस पर बाबा साहब माला के चित्र पर अर्पण की
परिक्षितगढ। सविधान निमाता भारत रत्न, बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी को संविधान दिवस के मौके पर माला अर्पण कर उनके बताये हुए रास्ते पर चलने का आह्वान किया।इस मौके पर लवी प्रधान, प्रधान सलीम शाहिद खजूरी एडीओ पंचायत राम नरेश, सचिव विक्रांत त्यागी, सुनील डीलर, सैंकी आदि लोग मौजूद रहे !
भीम आर्मी के छात्र संघ के ज़िला संयोजक लवी प्रधान ने कहा किइस दिन 1949 में पहली बार भारतीय संविधान को अपनाए जाने का प्रतीक है, जोकि 2 साल, 11 महीना, 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ, जिससे भारत एक संप्रभु गणराज्य बन गया। डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान के जनक के रूप में जाना जाता है जोकि संविधान सभा के अध्यक्ष थे संविधान से पहले भारत में सत्ता का स्वरूप कुछ और था, संविधान के बाद का देश-एक नया भारत बना। इसका सम्मान और पालन करना हर भारतीय का कर्तव्य है क्योंकि इस बारे में बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने एक चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर संविधान को लागू करने वाले लोग ठीक नहीं रहे तो यह केवल कागजों का पुलिंदा बनकर रह जाएगा !
साथ ही गॉव खजूरी के ज़िम्मेदार सलीम शाहिद ने कहाँ आज देश में संविधान के तहत ही महिला पुरुष गॉव के प्रधान से लेकर देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति मुख्यमंत्री बड़े उच्च पदों पर आसीन है इन सबका श्रेय बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को जाता है। हम सबको ऐसे कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए तभी देश आगे बढ़ेगा !
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