विधायक पर लगाया अभद्रता करने का आरोप
- हाथ पैर तोडऩे की धमकी मिलने से फैल गया रोष
- जिला पंचायत कर्मी मेला ड्यूटी छोडकर लौट गए जिला मुख्यालय
हापुड़। विधायक और उनके समर्थकों पर गाली गलौज के साथ ही हाथ पैर तोडने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत कर्मी मेला ड्यूटी छोडकर जिला मुख्यालय को वापस लौट गए। पौराणिक गढ़ गंगा मेले में क्षेत्रीय विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया शुक्रवार की दोपहर को पहुंचे, तो श्रद्धालुओं समेत व्यापारियों ने अभी से मनमानी वसूली किए जाने का आरोप लगाते हुए दुखड़ा सुनाया। जिस पर विधायक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिला पंचायत विभाग के कर्मचारियों को जमकर खरी खोटी सुना डाली। जिससे जिला पंचायत कर्मियों में रोष फैल गया, जिन्होंने आनन फानन में एकत्र होकर विधायक के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई।
अमरजीत सिंह, प्रवेश कुमार, पंकज तोमर, विपिन शर्मा, कुलदीप सिंह, विशाल, हैदर, देवीसहाय, ब्रह्मलता समेत दर्जनों कर्मचारियों ने अपर मुख्य अधिकारी आरती मिश्रा को शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें विधायक के साथ ही उनके साथ आए रविंद्र सिंह होशियारपुर गढ़ी और बोबी सदरपुर पर अभद्र ढंग में गाली गलौज करने का आरोप लगाया गया है। जिला पंचायत कर्मियों का कहना है कि उन्हें घसीटकर लाने एवं हाथ पैर तोडऩे की खुलेआम सार्वजनिक स्थल पर धमकी दी गई है। जब उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि टैंट, नल, शौचालय आदि सीमित संख्या में ही उपलब्ध हैं तो विधायक ने कहा कि तुमने जानबुझकर गढ़ मेले का जिम्मा लिया है और अब तुम ही भुगतोगे। जिला पंचायत कर्मियों का आरोप है कि विधायक ने सामान उपलब्ध न होने पर विभागीय टैंट को उखाड़ते हुए घसीट घसीटकर मारने की धमकी दी है। जिला पंचायत कर्मियों ने उल्लेख किया है कि ऐसी स्थिति में मेला स्थल पर ड्यूटी किया जाना उनके लिए संभव नहीं है, क्योंकि विधायक और उनके समर्थकों द्वारा धमकी दिए जाने से अपनी जान माल का खतरा उत्पन्न हो गया है। इसलिए विभाग से जुड़ा समस्त स्टॉफ जिला पंचायत, कार्यालय हापुड़ को वापस लौट रहा है। इस संबंध में जिला पंचायत विभाग की अपर मुख्य अधिकारी आरती मिश्रा से वार्ता संभव नहीं हो पाई है।
क्या बोले अधिकारी
इस संबंध में एडीएम संदीप कुमार सिंह ने उक्त प्रकरण अपने संज्ञान में न होने की बात कहते हुए पल भर में ही सारी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
क्या बोले विधायक
क्षेत्रीय भाजपा विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया का कहना है कि मेला स्थल का भ्रमण करने पर अव्यवस्थाओं की भरमार सामने आने के साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा जन सुविधा मुहैया न होने का दुखड़ा सुनाया गया। कई व्यापारियों द्वारा जन सुविधा मुहैया कराए बिना ही अभी से मनमाने ढंग में वसूली के साथ ही तंबुओं में घुसकर जबरन टैक्स मांगे जाने का आरोप लगाया गया था। जिस पर उन्होंने जिला पंचायत कर्मियों को तल्ख लहजे में किसी भी प्रकार की अवैध वसूली न करने के साथ ही सभी जन सुविधा तत्काल मुहैया कराए जाने की हिदायत दी थी। गाली गलौज और घसीटकर मारपीट किए जाने की धमकी देने का आरोप पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद है।
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