आम आदमी के अधिकारों के लिए “भारतीय संविधान का महत्व” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
-आजादी का अर्थ सिर्फ अंग्रेजों की दासता से मुक्त होना नही था , दुनिया के सबसे शक्तिशाली संविधान ने हर भारतीय को उसके अधिकारों एवं कर्तव्यों का बोध कराते हुए भारत को दुनिया का सबसे शक्तिशाली डेमोक्रेटिक देश बनाया- श्री सुधीर गिरि
-आज शिक्षा का अधिकार (राईट टू एजुकेशन) समानता का अधिकार (राईट टू इक्विलिटी) निजता का अधिकार (राईट टू प्राइवेसी) स्वतंत्रता का अधिकार (राईट टू फ्रीडम) जैसे मौलिक अधिकारों के दम पर आम आदमी भी शीर्ष पर बैठे व्यक्ति के समानान्तर खड़ा है- डा. राजीव त्यागी,
-आइये हम सब मिलकर संविधान में निहित अपने मौलिक अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का भी ईमानदारी से निर्वहन करे- प्रो. कृष्ण कान्त दवे, कुलपति
-संविधान की ताक़त के दम पर आज आम आदमी के वोट की भी ताक़त उतनी है, जितनी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के वोट की – प्रो. राजवर्धन सिंह,
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वैंकटेश्वरा विश्वविद्यालय/ संस्थान में संविधान दिवस पर “आम आदमी के अधिकारों में भारतीय संविधान का महत्व” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शानदार आयोजन किया गया | जिसमे वक्ताओं एवं कानूनविदों ने भारतीय संविधान में सभी के लिए समान अधिकारों की विशेषता बताते हुए इसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली संविधान करार दिया | इसके साथ ही उपस्थित छात्र-छात्राओं को संविधान में निहित अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए सभी से संविधान के अक्षरशः पालन एवं उसकी रक्षा की शपथ दिलायी गयी |
संस्थान के बी.आर. अम्बेडर सेन्ट्रल सभागार में संविधान दिवस पर आयोजित “आम आदमी के अधिकारों में संविधान का महत्व” विषय पर आयोजित संगोष्ठी का शुभारम्भ संस्थापक अध्यक्ष श्री सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी, प्रधान सलाहकार प्रो. वी.पी.एस.अरोड़ा, कुलपति प्रो. (डा.) कृष्ण कान्त दवे, डीन मेडिकल डा. अतुल वर्मा, डा. मधु चतुर्वेदी आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया |
अपने सम्बोधन में संस्थापक अध्यक्ष डा. सुधीर गिरि ने कहा कि आज दुनिया के सबसे मजबूत एवं शक्तिशाली संविधान में प्रत्येक व्यक्ति के लिए दिए गये अधिकारों के बल पर आम आदमी को भी देश के प्रधानमंत्री की तरह शिक्षा का अधिकार, समानता का अधिकार, स्वतन्त्रता का अधिकार, मतदान का अधिकार समेत तमाम समानता के अधिकार दिए गये है |प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि “राईट टू एजुकेशन” जैसे शक्तिशाली मौलिक अधिकार के दम पर आज गरीब व्यक्ति का होनहार बच्चा भी महंगे पब्लिक स्कूल में बिल्कुल मुफ्त शिक्षा प्राप्त कर सकता है | संविधान दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को डा. राजेश सिंह, लॉ विभाग के डा. राजवर्धन सिंह एवं डा. मधु चतुर्वेदी आदि ने भी सम्बोधित किया | इस अवसर पर डा. टी.पी.सिंह, डा. दिव्या गिरधर, डा. आशुतोष सिंह, डा. योगेश्वर सिंह, डा. अनिल जायसवाल, डा. शिल्पा रैना, डा. सीमा शर्मा एवं मेरठ परिसर से निदेशक डा. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग सम्मिलित रहे |
No comments:
Post a Comment