जहरीली हवा के चलते मेरठ समेत एनसीआर के स्कूल कोचिंग बंद ,ऑनलाइन चलेंगी क्लास
मेरठ का एक क्यूआई 419 पहुंचा ,हापुड़ प्रदेश का सबसे प्रदुषित शहर रहा
चिकित्सकों की सलाह बुजुर्ग सुबह के समय मार्निंग वॉक बंद रखें
मेरठ। वेस्ट यूपी में दिन भर छाए स्मॉग से सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन के चलते सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मेरठ समेत एनसीआर के कक्षा नर्सरी से 12 तक के सभी बोर्डो के स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। सिर्फ ऑनलाइन क्लास चलेगी। मेरठ में एक्यूआई का स्तर बीती रात दस बजे तक 419 पहुंच गया। हापुड़ प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI 462 दर्ज किया गया। प्रदेश में दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा। यहां का AQI 454 पहुंच गया।
मेरठ में प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए 12वीं तक की स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। डीएम ने कहा की अग्रिम आदेशों तक छुट्टी लागू रहेगी।एक तरफ जहां AQI चरम पर पहुंच रहा है वहीं, मेरठ में शाम से ही कोहरा छा गया। रात को कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो हो गई। शाम से ही वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मंगलवार सुबह को कोहरा ओर घना हो सकता है।कोहरे के चलते ठंड का अहसास अचानक से बढ़ गया है। दिन में तापमान में भारी कमी आई है। सोमवार को दिनभर सूरज नहीं निकलने से माैसम पहाड़ों जैसा ठंडा रहा। दिन का अधिकतम 21.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रात का न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रति घंटा रही।
मेरठ में AQI
सुबह 8 बजे - 302
10 बजे - 325
12 बजे - 340
02 बजे - 366
04 बजे - 372
शाम 06 बजे - 384
रात 08 - 407
रात 10 बजे - 419
मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर
लगातार AQI बढ़ने से मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस, दिल के मरीज और बच्चे प्रदूषित हवा के निशाने पर आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकलें। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।
सिटी AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक)
मेरठ 419
हापुड़ 462
मुजफ्फरनगर 312
गाजियाबाद 454
नोएडा 430
बुलंदशहर 415
प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन
पानी के छिड़काव के लिए टैंकर नियमित रूप से कूड़ा उठाएं। स्वीपिंग रोस्टर सड़कों की धुलाई कराए।एमडीए, आवास विकास परिषद, यूपीसीडी निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन, जिसका एरिया 2000 वर्ग मीटर से अधिक है, पीटीजेड कैमरे की स्थापना करे।जिले की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त की जाएं और प्राथमिकता से इसे किया जाए।जिले में नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायत खुले में कूड़ा न डाले।स्वच्छ वायु ऐप, फेसबुक, X आदि के माध्यम से वायु प्रदूषण की शिकायतों का निस्तारण करें।गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
ये सावधानी जरूर बरतें
प्रदूषण को कम करने के लिए सबसे पहले पॉलिथीन और टायर जैसी चीजें बिल्कुल न जलाएं।
ऐसी जगह पर न जाएं, जहां बहुत ज्यादा धुंध है। घर से बाहर मास्क एन-95 लगाकर निकलें।
अस्थमा और एलर्जी के मरीजों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
सांस और दिल की बीमारी वाले लोग अपना विशेष ध्यान रखें।
डायबिटीज और एचआईवी के मरीजों को भी खास सावधानी रखनी चाहिए।
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