112 पर फर्जी सूचना देने के मामले में खुलासा
पुलिस वालों ने फर्जी आईडी पर लिया था सिम, निजी काम में करते थे पीआरवी का इस्तेमाल
मेरठ। कंट्रोल रूम को झूठी सूचना देकर पार्टी में जाने वाले परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में डायल-112 पर तैनात 4 पुलिसकर्मियों और एक होमगार्ड ने खुद ही एक फर्जी आईडी पर सिम लिया हुआ था। उसी सिम से पुलिसकर्मी कंट्रोल रूम में फर्जी सूचना देकर मोबाइल को बंद कर लेते थे। इस दौरान पीआरवी का इस्तेमाल अपने निजी कार्यों के लिए करते थे।
यह बात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद जांच में सामने आई है। चारों को एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने सस्पेंड कर दिया है।डायल-112 पर हेड कॉन्स्टेबल यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, चालक राजन और होमगार्ड सुनील कुमार परीक्षितगढ़ में तैनात थे। 23 अक्तूबर को इन लोगों को एक पार्टी में जाना था। इन लोगों ने फर्जी आईडी पर लिए हुए सिम से यूपी 112 पर कॉल कर कंट्रोल रूम को अवैध शराब बेचे जाने की सूचना दी।लखनऊ कंट्रोल रूम से इनकी गाड़ी को मौके पर भेजा गया। इन लोगों ने कंट्रोल रूम को बताया कि सूचना गलत थी। इसके बाद ये अपनी पार्टी करके चले गए।
लखनऊ कंट्रोल रूम से जिस नंबर से कॉल आई थी, उस पर फोन कर फीडबैक लेना चाहा तो वह नंबर बंद आया। इससे पहले भी इसी पीआरवी को बुलाने के लिए पहले भी झगड़े की गलत कॉल की गई थी। उस समय भी वह नंबर बंद मिला था। कंट्रोल रूम के अधिकारियों को मामले में शक हुआ तो जांच कराई गई।
इसके बाद लखनऊ से एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से फीडबैक मांगा गया। जांच में पता चला कि चारों पुलिसकर्मियों ने कंट्रोल रूम कॉल करके फर्जी सूचना देते थे। इसके बाद एसएसपी ने हेड कॉन्स्टेबल यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, चालक राजन को सस्पेंड कर दिया था। इन चारों के साथ 5वें आरोपी होमगार्ड सुनील कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने सोमवार को बताया-अब तक की जांच में सामने आया है कि यह पहला मामला नहीं था, जब पीआरवी पर तैनात पुलिस वालों ने फर्जी सूचना दी थी। पुलिस वालों ने एक फर्जी सिम लिया हुआ था। जिससे वह पहले भी कई बार कंट्रोल रूम को फर्जी सूचना देकर पीआरवी से निजी कार्यक्रमों में चले जाते थे।पीआरवी का इस्तेमाल निजी कार्यों में करने के अलावा चारों पुलिसकर्मी गलत सूचना देकर लोगों से अवैध रूप से उगाही भी करते थे। एसएसपी का कहना है- पुराने मामले भी जो सामने आएंगे, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बोले अधिकारी
एसएसपी विपिन ताड़ा का कहना है कि जांच में जो भी मामले सामने आ रहे हैं, उनको चार्जशीट का हिस्सा बनाया जाएगा।
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