थाने में चिता पर लेटा किसान

गन्ना समिति डेलिगेशन चुनाव में पर्चा निरस्त होने से है नाराज

मेरठ। सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ किसान थाने में ही जिंदा अपनी चिता पर लेट गया। बुजुर्ग किसान ने खुद अपनी चिता सजाई। थाना कैंपस में ही चिता सजाकर उस पर लेट गया। किसान आत्मदाह करने जा रहा था। जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को लगी। फौरन एसओ दौड़े-दौड़े दफ्तर से बाहर आए। किसान को किसी तरह रोका।

 परतापुर थाने में पिछले 4 दिनों से किसानों का धरना चल रहा है। भाकियू कार्यकर्ता किसान धरना दे रहे हैं। धरने का कारण मोहिउददीनपुर गन्ना समिति के डेलिगेशन चुनाव में किसानों के नामांकन कैंसिल होना है। जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि उनके पर्चों को गलत तरीके से जानबूझकर कैंसिल किया गया है। ताकि भाजपा के नेता निर्विरोध ही चुनाव जीत जाएं। गन्ना समितियों पर भी उनका कब्जा हो जाए। बुधवार को थाने में उपलों की चिता बनाकर बुजुर्ग किसान दलवीर आत्मदाह करने लेट गए। जब थाना प्रभारी ने किसान को चिता से उठाना चाहा तो उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव निरस्त नहीं होंगे, वह चिता से नहीं उठेंगे। बात नहीं मानी तो आत्मदाह कर लेंगे। इससे थाने में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार दौड़े दौड़े आए और किसान को चिता से उठाने के लिए मिन्नतें करने लगे। लेकिन किसान ने कहा कि जब तक चुनाव निरस्त नहीं होंगे, वह चिता से नहीं उठेंगे।



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