रिटायर्ड प्रोफेसर पति-पत्नी से 3.10 करोड़ की ठगी

शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर फंसाया, एक भी शेयर नहीं खरीदे

मेरठ। साबइबर ठगों पर शिकंजा कसना पुलिस के जी का जंजाल बना हुआ है। अब  थाना गंगानगर में एक रिटायर प्रोफेसर दंपत्ति से 3.10 करोड़ रुपए ठग लिए। आरोपियों ने वॉट्सऐप पर शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफा का झांसा दिया। जब दंपती को ठगी का पता चला तब तक सारी रकम खाते से निकल चुकी थी।पीड़ित दंपती ने  एसएसपी से  शिकायत की। रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है। साइबर टीम मामले की जांच कर रही है।

गंगासागर निवासी एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर प्रोफेसर हैं। डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी से शिकायत की है, जिसमें बताया कि उनके पास अनाया शर्मा नाम की महिला और रितेश जैन नाम के युवक के कई बार वॉट्सऐप कॉल और मैसेज आए।इन दोनों ने शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया। इनके बार-बार अनुरोध करने पर एके अग्रवाल ने 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इन्वेस्टमेंट) अकाउंट खोल लिया। शुरुआत में उन्होंने 50 हजार रुपए का इन्वेस्ट किया।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठगों ने उनकी पत्नी अंजना अग्रवाल और उनकी मर्जी के खिलाफ जाकर शेयर खरीद लिए। जब हमने अपनी इन्वेस्टमेंट की रकम वापस निकालने की कोशिश की तो हमें पता चला कि हमारे साथ फ्रॉड हुआ है। हमारे नाम से कहीं कोई शेयर परचेज नहीं हुए। साइबर क्राइम थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

कई अकाउंट में हुए 22 ट्रांजैक्शन

10 अक्टूबर तक 22 ट्रांजैक्शन में 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए। बताया गया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर उन्हें आवंटित किए गए हैं, जो ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं।

एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी एक खाता 3 अक्तूबर को अनाया शर्मा और रितेश जैन के अनुरोध पर खोला था। उन्होंने शुरू में एक लाख रुपए और फिर 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद 13 ट्रांजैक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर किए।

फ्रॉड के बाद भी बातों में उलझाते रहे ठग

एके अग्रवाल ने बताया जब उन्हें अपने इन्वेस्टमेंट की जानकारी नहीं मिली तो उन्हें अपने साथ ठगी का शक हुआ। उन्होंने अनाया शर्मा से वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से संपर्क किया तो उसने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी।खाते के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। अपने पैन नंबर से दंपती ने BSE/NSE में अपने खाते की जानकारी करने का प्रयास किया, उन्हें अपने नाम पर कोई शेयर आवंटित नहीं मिला।

खाते में फ्रीज की रकम

पीड़ित दंपती ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपए फ्रीज कर दिए गए। उन्हें 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते। इन शेयर्स की कोई डिटेल भी नहीं मिली वो केवल 10 लाख रुपए ही निकाल पाए।उन्हें भी बताया गया कि उन्हें हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित किए गए हैं, जो वर्तमान में ब्रैंडीवाइन ग्लोबल के पास हैं। उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपए फ्रीज कर दिए गए। वह अपने शेयर 31 अक्टूबर तक नहीं बेच सकती हैं। वह भी केवल 1 लाख 88 हजार 300 रुपए ही अपने खाते से निकाल पाईं।

वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से फंसाया

एके अग्रवाल के मुताबिक सीओआई भारतीय स्टॉक मार्केट अपडेट नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से उन्हें फंसाया गया। यह ग्रुप 28 बर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था। इसमें से केवल 5-10 सक्रिय प्रतिगी हैं। रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन 2 बजे और 8 बजे तक ट्रेनिंग देकर शेयर ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा दिकरता था।

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। ट्रांसफर हुई रकम फ्रीज करने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेजी गई है।

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