एनकाउंटर में फंस गयी यूपी पुलिस
कोर्ट ने 12 पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने के दिए आदेश
कौशांबी ,एजेंसी। यूपी के कौशांबी जिले में 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश कोर्ट ने दिया है। इन सभी 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगा है। इसमें दो इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर और आठ कांस्टेबल शामिल हैं।
कौशांबी जिले में सर्राफा व्यवसायी के साथ लूट करने वाले आरोपी विजय कुमार सोनी के एनकाउंटर मामले में पुलिस बुरी तरह घिर चुकी है। कोर्ट ने एसओजी प्रभारी, थाना प्रभारी चरवा समेत 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। दरअसल, विजय की मां अंजू देवी ने प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि 10 सितंबर 2023 को चरवा थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ सिंह दो गाड़ियों में पुलिस टीम के साथ पहुंचे और मेरे बेटे को घर से उठा ले गए.
मध्य प्रदेश के रीवा निवासी मृतक विजय कुमार सोनी की मां अंजू देवी ने अपनी दाखिल अर्जी में यह भी आरोप लगाया कि दो दिन पहले हुई लूट में फर्जी बरामदगी दिखाकर 12 सितंबर को विजय के कंधे में गोली मार दिया। इलाज के लिए उसे स्वरूप रानी अस्पताल प्रयागराज में भर्ती कराया गया, जहां 21 सितंबर को विजय की मौत हो गई। मृतक विजय की मां की ओर से दाखिल अर्जी को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने थाना प्रभारी को सभी 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।
इन पर हुआ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश
विनोद कुमार सिंह तत्कालीन थाना प्रभारी चरवा, सिद्धार्थ सिंह एसओजी प्रभारी, एसआई सुनील कुमार यादव, कांस्टेबल अनिल यादव, कांस्टेबल भानु प्रताप सिंह, कांस्टेबल राम जी पटेल, एसआई अयोध्या कुमार, कांस्टेबल आशीष तिवारी, कांस्टेबल शिवम गौतम, एसआई रवि शंकर यादव, कांस्टेबल राधे श्याम और कांस्टेबल रवि शंकर के खिलाफ कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
ये था पूरा मामला
चरवा थाना क्षेत्र के समसपुर गांव निवासी अनूप कुमार सोनी ने पुलिस को दी गई एक तहरीर में बताया था कि वह सर्राफा कारोबारी है। 8 सितंबर 2023 को वह आर्डर का गहना पहुंचाने रमदयालपुर गया था। लौटते समय टीका का पुरवा (काजू) गांव के पास अपाचे बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उसकी कनपटी पर तमंचा सटाकर 11 हजार रुपए, 300 ग्राम चांदी, 10 ग्राम सोने के आभूषण से भरा बैग और मोबाइल लूट लिया था। बदमाशों ने उसकी पिटाई भी की थी।
मुकदमा दर्ज कर तत्कालीन इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। जांच के लिए एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने एसओजी को भी लगा रखा था। पुलिस टीम ने बबुरा तिराहा, बेरुवा, समदा चौराहा व महेवाघाट पुल पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से बदमाशों के साथ उनकी गाड़ी के नंबर की पहचान की।सर्विलांस का भी सहारा लिया।12 सितंबर 2023 को एसओजी टीम और तत्कालीन चरवा इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने संयुक्त अभियान में आरोपी विजय सोनी पुत्र नारायण सोनी को मुठभेड़ में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी विजय के कंधे पर गोली लगी थी। गोली लगने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में उसे एसआरएन हॉस्पिटल प्रयागराज ले जाया गया। यहां 9 दिन बाद 21 सितंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
विजय के परिजनों ने फर्जी एनकाउंटर की शिकायत की थी
विजय कुमार सोनी की गिरफ्तारी के बाद से ही परिजन उसके फर्जी एनकाउंटर की शिकायत कर रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी। विजय के परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रयागराज शशि कुमार ने एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ सिंह, तत्कालीन इंस्पेक्टर चरवा विनोद कुमार सिंह समेत 12 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।
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