अतंरग का त्याग के बिना बहिरंग का त्याग त्याग नहीं होता है: पंडित श्री नंदन शास्त्री
मेरठ। आनंदपुरी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में 10 लक्षण पर्व धूमधाम से मनाया गया, सर्वप्रथम महावीर भगवान एवं शांतिनाथ भगवान को पांडुकशिला पर विराजमान करके अभिषेक किया गया। इसके उपरांत भगवान पर शांति धारा की गई।
भगवान महावीर, देव शास्त्र गुरु एवं 16 कारण पूजा की गई। इसके बाद 10 लक्षण पर्व के विशेष अवसर पर आठवें दिन विश्व शांति महावीर मंडल विधान किया गया। मांडले पर 600 अर्घ चढ़ाए गए तथा उत्तम त्याग धर्म की पूजा करके अर्घ चढ़ाए गए। ऋषभ एंड पार्टी द्वारा सभी पूजाएं संगीत की धुन पर कराई गई। पंडित श्री नंदन शास्त्री ने बताया कि अतंरग का त्याग के बिना बहिरंग का त्याग त्याग नहीं होता है। जैसे पके आम का रंग बदल जाता है, ऐसे ही त्यागी का परिणाम बदल जाता है। भेष बदले न और तुम त्यागी बन जाओ ये असंभव है। शाम को सामूहिक रूप से आरती की गई तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम नाचे इंद्र देवरी संपन्न हुआ। मुनी प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि कल विश्व शांति महावीर मंडल विधान की जयमाला होगी तथा हवन का कार्यक्रम होगा तथा 17 सितंबर को वर्धमान स्तोत्र विधान किया जाएगा।भक्तों ने सभी क्रियाओं में उत्साह के साथ भाग लिया। इन सभी क्रियो में सुनील प्रवक्ता, विनय जैन, अचल जैन, शैलेंद्र जैन, तरस जैन आदि का विशेष सहयोग रहा।
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