जीव दया प्रत्येक श्रावक का मूल कर्तव्य है

सरधना (मेरठ) सरधना में मोहल्ला आदर्श नगर स्थित नूतन श्री चंद्रप्रभु जिनालाय में चल रहे पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के सातवे दिवस सर्वप्रथम भक्ताम्बर के पाठ का आयोजन हुआ जिसके पश्चात प्रभु की प्रछाल व चन्दन पूजन के साथ अष्टप्रकारी पूजन हुआ, प्रभु की आरती व शान्ति कलश किया गया व सामूहिक चैत्य वंदन किया गया, पर्युषण पर्व के दौरान जीव दया की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए श्रावक आलोक जैन ने सम्भोदित करते हुए उपस्थित भक्तो को बताया की जीव दया प्रत्येक श्रावक का मूल कर्तव्य है हमें मन वचन काया किसी भी माध्यम से ऐसा कोई कृत्य नहीं करना चाहिये जो किसी के लिए कष्टकारी हो हमारे सभी चौबीस तीर्थंकर भगवानो ने सबसे अधिक यदि किसी कार्य पर बल दिया वह जीव दया है जीव दया जैन धर्म का मूल है हम सभी को यह सदैव स्मरण रखना है एवं यथा शक्ति जीव दया के लिए अपना तन मन धन से सहयोग करना है, इसके पश्चात नकरो द्वारा माता पद्मावती को चोला अर्पित किया गया जिसका लाभ श्रीमती वृंदा जैन ने लिया, इसके पश्चात प्रभावना वितरण किया गया। पूजन के लाबार्थी, रमेश चंद जैन डाहर वाले परिवार ने लिया पूजन रचाने के सहयोगी श्रीमती सुन्दरी जैन आलोक जैन जैन रहे। पूजन मे आलोक जैन (अध्यक्ष श्री शान्तिनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक ट्रस्ट संघ) मंत्री रमेश चंद ,पंडित शिवमंगल संरक्षक सतेंद्र जैन, अभिनव जैन छितिज जैन रविंदर जैन,संजय जैन आदित्य जैन समृद्धि जैन रेणु जैन सुनीता जैन संगीता जैन भूमि जैन सुनैना जैन अंचल जैन प्रियंका जैन मिष्टी जैन आदि उपस्थित रहे। 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts