जैन समाज सदर का विवाद समाप्त। मृदुल जैन ने पंचों को दिया चिट्ठा
मेरठ। सदर जैन समाज के विवाद पर लगा अल्पविराम। कवि सौरभ जैन सुमन ने की थी घोषणा की यदि रथयात्रा से पूर्व मृदुल जैन हिसाब नहीं देते तो वो रथ के सामने बैठकर धरना देंगे।
विवाद को बढ़ता देख नवनियुक्त पंचों के समक्ष मृदुल जैन ने चिट्ठा रखा और हिसाब किताब उनको सुपुर्द किया। प्रेम चंद जैन सर्राफ द्वारा अनंत चतुर्दशी पर सार्वजनिक सभा में मृदुल जैन पर मंदिर की संपत्ति के गबन के आरोप लगाए थे। उसके बाद सौरभ सुमन ने सभा में ही विवाद के पटाक्षेप के लिए पंचों की घोषणा की एवं आगे की कार्यवाही के लिए ग्यारह सदस्यों की वैकल्पिक समिति बनाने का दायित्व पंचों को सौंपा गया।पंचों में विधान आचार्य पवन कुमार जैन, प्रेम चंद जैन सर्राफ, अनिल जैन बंटी, जिनेन्द्र जैन एवं विनोद जैन बूरा वाले नियुक्त किए गए।
शाम तक विवाद और बढ़ गया। जिसपर मृदुल जैन ने रात में ही अनंत चतुर्दशी का चिट्ठा पंचों को सौंप दिया।सुबह निकलने वाली रथयात्रा से पूर्व मीडिया के समक्ष पंचों के साथ सौरभ जैन सुमन ने घोषणा की कि मृदुल जैन ने हिसाब देने की बात पंचों के समक्ष कही है। रथयात्रा के पश्चात एक दो दिन में वो पूर्ण बहीखाता पंचों को सौंप देंगे। समाज के पैसे पर, मंदिर की संपत्ति पर किसी एक का कोई अधिकार नहीं है। इस बात का अहसास मृदुल जैन को है बस यही समाज की जीत है।
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