वर्ल्ड स्किल्स-2024 के उद्घाटन समारोह में भारतीय टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए जयंत चौधरी पहुंचें फ्रांस
मेरठ। फ्रांस के प्रेज़ीडेन्ट इमैनुएल मैक्रोन ने फ्रांस के ल्योन स्थित एलडीएलसी एरिना में एक भव्य उद्घाटन समारोह के दौरान 47वीं वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता का आधिकारिक उद्घाटन किया गया। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) जयंत चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद रहे, मंत्री ने भारतीय टीम के युवा प्रतिभागियों से मुलाकात कर उनका उत्साह बढ़ाया। दुनिया भर से आए 13000 से अधिक उपस्थितगणों के बीच भारतीय टीम ने वर्ल्ड स्किल्स 2024 में उल्लेखनीय छाप छोड़ी।
इस विश्व स्तरीय कौशल मंच पर टीम से मुलाकात करते हुए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कहा, हमारे 60 युवा चैम्पियन 52 प्रकार के कौशल में मुकाबला करने जा रहे हैं, ये सिर्फ प्रतिभागी नहीं बल्कि बदलावकर्ता हैं, वे अपने कौशल, इनोवेशन और मजबूत इरादे के साथ भविष्य को नया आयाम देने के लिए अग्रसर हैं। विश्वस्तरीय मंच पर गर्व के साथ मार्च करते हुए उन्हें लाईव देखना मेरे लिए यादगार अनुभव है, यहां मैने महसूस किया है कि भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले युवकों ओर युवतियों के लिए ये पल कितने खास हैं। विशेष औपचारिक परिधान में उन्होंने विश्वस्तरीय मंच पर देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, उत्कृष्ट शिल्प कौशल और परिधानों की भव्यता का प्रदर्शन किया। ये प्रतिभागी विभिन्न प्रकार के कौशल जैसे 3डी डिजिटल गेम आर्ट, एडिटिव मैनुफैक्चरिंग, ऑटोबॉडी रिपेयर, कैमिकल लैब टेक्नोलॉजी, क्लाउड कम्प्युटिंग, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल कन्स्ट्रक्शन, फैशन टेक्नोलॉजी, ग्राफिक डिज़ाइन, इंडस्ट्री 4.0, हेल्थ एण्ड सोशल केयर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग सीएडी, रोबोट सिस्टम, वॉटर टेक्नोलॉजी, वेल्डिंग, ब्रिकलेइंग, प्लास्टरिंग, पैटिसरी, बेकरी, हॉस्पिटेलिटी सर्विसेज़ आदि में मुकाबला करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
वर्ल्ड स्किल्स ऐसा प्लेटफॉर्म है जो प्रतिभागियों को न सिर्फ प्रतिस्पर्धा करने बल्कि ज्ञान के आदान प्रदान, एक दूसरे से सीखने और एकजुटता को प्रोत्साहित करने का अवसर भी देता है। साल 2024 फ्रांस के लिए खास है, क्योंकि इस साल फ्रांस ने ओलम्पिक्स, पेरालिम्पिक्स की मेजबानी की और अब प्रतिष्ठित वल्र्डस्किल्स प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। इनमें से कुछ भी कौशल के बिना संभव नहीं था।
राजस्थान के जयपुर से ध्वजवाहक श्रेयांश शर्मा के नेतृत्व में 60 सदस्यों की भारतीय टीम ने देशों की परेड के दौरान शानदार एंट्री ली। श्रेयांश, कैमिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी स्किल कैटेगरी में मुकाबला करेंगे। 2019 में वर्ल्डस्किल्स कज़ान में ग्राफिक डिज़ाइन टेक्नोलॉजी में कांस्य पदक जीतने वाली श्वेता रतनपुरा को 2024 के लिए एशिया से वर्ल्डस्किल्स चैम्यिन्स ट्रस्ट की नई प्रतिनिधि के रूप में नामांकित किया गया है। उन्हें मंत्री जी के साथ बैठकर सीधे बातचीत करने का सौभाग्य मिला, उन्होंने गर्व और उत्साह के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए इस विश्वस्तरीय मंच पर दर्शकों को संबोधित भी किया। भारतीय टीम की भागीदारी, भारत को कुशल प्रतिभा के ग्लोबल हब के रूप में विकसित करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। साथ ही इस मंच पर मंत्री की मौजूदगी कौशल विकास को बढ़ावा देने और विश्वस्तरीय मंच पर देश की युवा प्रतिभा को समर्थन प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
रोचक तथ्य यह है कि इस साल भारतीय टीम में महिलाएं गैर-पारम्परिक क्षेत्रों में मुकाबला करती नज़र आएंगी, जैसे वेल्डिंग, प्लंबिंग और हीटिंग, लॉजिस्टिक्स और फ्रेट फॉरवर्डिंग। आमतौर पर ये पुरूषों के प्रभुत्व वाले सेक्टर रहे हैं। यह सबसे ज़्यादा युवा आबादी वाले देश- भारत के वर्कफोर्स में आ रहे बदलाव को दर्शाता है। अपनी युवा आबादी के कौशल में निवेश कर देश इसका लाभ उठा सकता है। वर्ल्डस्किल्स 2024 प्रतियोगिता जिसे कौशल का ओलम्पिक कहा जाता है का आयोजन फ्रांस के ल्योन में 10-15 सितम्बर के बीच हो रहा है। 70 से अधिक देशों से जिसमें 1400 से अधिक प्रतियोगी और 1300 से अधिक विशेषज्ञ इसमें हिस्सा लेंगे। उम्मीद है कि इस प्रतियोगिता में 2,50,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे।
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