हिंदी दिवस पर 14 शिक्षकों को शिक्षक सम्मान से किया सम्मानित 

मेरठ। श्रीराम भवन लालकुर्ती मेरठ में हिन्दी दिवस के अवसर पर साहित्य एवं साहित्यकारों को समर्पित अराध्या प्रकाशन, मेरठ द्वारा 14 शिक्षकों को उत्कृष्ट 'शिक्षक सम्मान 2024' से सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम में डा कुमार प्रशांत मानव मुख्य अतिथि, डा ईश्वर चंद गंभीर कार्यक्रम अध्यक्ष व विशिष्ठ अतिथि अनिरूद्ध गोयल, संजीव त्यागी, ऋचा सिंह व अनिल दीवान ने सामूहिक रूप से मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में कवि सुदेश दिव्य ने मां सस्वती की वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। कार्यक्रम में जिन्हें उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया वे 14 शिक्षक हैं— कुमारी टिशा, कुमारी मुस्कान कनौजिया, कुमारी अगना, कुमारी प्राची, कुमारी टीना, कुमारी ऐना, कुमारी सना कुरैशी, श्रीमती संध्या, श्रीमती कविता जिन्दल, श्रीमती नीरू सहगल, श्रीमती मीना नैथानी, श्रीमती रिजवाना खान, श्रीमती चन्द्र रेखा सहगल व श्रीमती ममतेश विलटोरिया को हिन्दी को बढावा देने के लिए अराध्या प्रकाशन परिवार ने सम्मानित किया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा कुमार प्रशांत मानव आस्टेलिया निवासी ने हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुऐ कहा कि हिन्दी बडी ही सहज और सरल भाषा है, पूर्व प्राचार्य अनिरूद्ध गोयल ने हिन्दी की बारीकियों पर प्रकाश डाला तो वहीं कवि संजीव त्यागी ने भी हिन्दी की उपयोगिता को बताया। कवयित्री ऋचा सिंह ने हिन्दी पर गीत सुनाया और गीतकार अनिल दीवान ने भी हिन्दी में गीत सुनाकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। 

हिंदी दिवस के अवसर पर आयरलैंड से जब सभी 14 उत्कृष्ट समर्पण वाली अध्यापिकाओं के नाम चेयरमैन सुरेश छावड़ा ने लिए तो सभी के चेहरे खिल गए हिंदी भाषा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा निज भाषा उन्नति है सब उन्नति को मूल बिन निज भाषा ज्ञान के मिट नहीं हीय के सुल हम अंग्रेजी पढ़े पढ़ाई पर हिंदी को सर्वदा उसका सम्मान मिलना चाहिए स्कूल के सचिव अशोक राजपाल, सहसचिव मुकेश कुमार, कोषाध्यक्ष सुनील सहगल, प्रधानाचार्य चंद्रलेखा सहगल ने अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर 325 बच्चों की हिंदी लेखन प्रतियोगिता की गई तथा स्वच्छ लेख के लिए हुमेरा, जुनेरा, आफिया नूर वह हनी को सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन कविता जिंदल और रिजवाना खान ने किया। कार्यक्रम के अंत में कवि सुदेश यादव दिव्य ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि  हिन्दी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जिसमें जो लिखा जाता है वही पढा भी जाता है, जबकि अंग्रजी में ऐसा नहीं है, तो क्यों न हम सबसे सहज सरल भाषा हिन्दी को अपनायें। कार्यक्रम को सफल बनाने में पंडित राजेश शर्मा, नवीन छाबड़ा का योगदान रहा। कार्यक्रम के आयोजक अराध्या प्रकाशन तथा संयोजक श्रीराम पब्लिक स्कूल है।

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