भारत बंद के दौरान पटना पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया

 आगजनी, तोड़फोड़ और पटना में एसडीएम तक पिटे

नयी दिल्ली,एजेंसी। एससी-एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ संघर्ष समिति ने भारत बंद का आह्वान किया था. इसका बिहार में भारी असर दिखा। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने रेल और सड़क जाम कर दिया। दरभंगा और बक्सर रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही। राजधानी पटना, वैशाली, दरभंगा, जहानाबाद और बेगूसराय में कई स्थानों पर राजमार्गों पर यातायात बंद रहा। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछार करनी पड़ी। गुजरात के आदिवासी और दलित बहुल इलाकों में भी असर दिखा। अन्य प्रदेशाों में भारत बंद का अच्छा खासा असर दिखाई दिया। 

पटना के एसएसपी के मुताबिक, डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने यातायात बाधित किया। बैरिकेड्स हटाने पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। स्थिति नियंत्रण में है। प्रदर्शनकारियों ने जहानाबाद में नेशनल हाईवे-83 बाधित कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई। इसके बाद पांच लोगों को हिरासत में लिया गया।

पटना में पुलिस के लाठीचार्ज का एसडीएम को भी सामना करना पड़ गया। सदर एसडीएम श्रीकांत कुंडलीक खांडेकर डीजे के ठेले के पास खड़े थे। ये डीजे बंद समर्थक लेकर आए थे। खांडेकर भी ठेले के पास खडे थे। इसी दौरान पीछे से आए सिपाही ने एसडीएम को लाठी मार दी। जब तक वो कुछ समझते, सिपाही लाठी मार चुका था। इसके बाद तुरंत सिपाही के दूसरे साथी उसे किनारे लेकर गए और समझाया।मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, सारण, बेगूसराय, हाजीपुर और पूर्णिया में प्रदर्शनकारियों ने कई जगह यातायात बाधित करने की कोशिश की। हालांकि, सुरक्षा बलों ने उन्हें तितर-बितर कर दिया. इन जिलों में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर टायर जलाए। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और उनके समर्थक भी सड़कों पर उतरे।

भारत बंद का झारखंड में असर

झारखंड में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। बंद की वजह से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सार्वजनिक परिवहन की बसें सड़कों पर नहीं दिखीं। स्कूल बंद रहे। बंद की वजह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना पलामू का दौरा रद्द कर दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी ने बंद को समर्थन दिया। वामपंथी दल भी बंद के समर्थन में उतरे। राज्य की राजधानी रांची में कई जगह प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए। प्रदर्शनकारियों की ओर से की गई नाकेबंदी की वजह से वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही. दुमका, गढ़वा, पलामू, गोड्डा और अन्य कई जिलों में यातायात बाधित रहा. स्कूल भी बंद रहे. रांची विश्वविद्यालय में बी.एड की परीक्षा स्थगित कर दी गई।



राजस्थान में भारत बंद का असर

राजस्थान में भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। जयपुर, अजमेर व कई शहरों में बाजार बंद रहे। राज्य के डीजीपी ने कहा कि एक-दो छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राज्य में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पुलिस-प्रशासन के प्रयासों से बंद शांतिपूर्ण रहा. जयपुर में एससी-एसटी संयुक्त संघर्ष समिति ने रैली निकाली. खातीपुरा, टोंक रोड, बजाज नगर, झोटवाड़ा और मालवीय नगर में बाजार बंद रहे। 

गुजरात में भारत बंद का असर

गुजरात के दलित और आदिवासी इलाकों में भारत बंद का असर देखने को मिला। सुरेंद्रनगर, छोटा उदयपुर, नर्मदा, साबरकांठा और अरावली जिले के आदिवासी और दलित बहुल इलाकों में बंद का असर दिखा। यहां बाजार बंद रहे। सुरेंद्रनगर जिले के वाधवन में प्रदर्शनकारियों ने मालगाड़ी रोक दी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने अरावली जिले के भिलोदा और शामलाजी में सड़कों पर जाम लगा दिया।



पंजाब और हरियाणा में भारत बंद असर

भारत बंद का पंजाब और हरियाणा में खास असर नहीं दिखा। कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। दुकानें भी खुली रहीं। पंजाब के फगवाड़ा में बाजार खुले रहे।कुछ शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा गया। कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गुरु हरगोबिंद नगर में आंबेडकर पार्क से फगवाड़ा में ओवरब्रिज के अंडरपास तक मार्च निकाला।जालंधर में भी विरोध मार्च निकाला गया. लुधियाना में दुकानें और स्कूल खुले रहे. होशियारपुर जिले में स्थिति सामान्य रही। सभी शैक्षणिक संस्थान खुले रहे. बसपा और कुछ दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय बस अड्डे के पास विरोध प्रदर्शन किया। हरियाणा के हिसार में लोगों ने क्रांतिमान पार्क से मिनी सचिवालय तक विरोध मार्च निकाला. अंबाला में बंद का कोई खास असर नहीं दिखा।

उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मामूली असर

उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मामूली असर देखने को मिला. राज्य के कई हिस्सों में दलित संगठनों ने जुलूस निकाले। राज्य में ज्यादातर दुकानें खुली रहीं। बसपा ,असपा और सपा ने बंद का समर्थन किया। लखनऊ में हजरतगंज और आस-पास के कुछ प्रमुख मार्गों पर लोग प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। इस वजह से यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि, दुकानें और बाजार खुले रहे।प्रयागराज, आगरा, कानपुर, उन्नाव, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, मथुरा, हाथरस, संभल, जालौन, इटावा, और गोरखपुर समेत कई अन्य जिलों में प्रदर्शन हुआ। हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बिजनौर, सहारनपुर और आसपास के जिलों में विरोध मार्च निकाला. वहीं, मध्य प्रदेश और असम में बंद का खास असर नहीं दिखा। 

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