रक्षाबंधन पर बसें फुल, जैसे तैसे भाइयों के घर पहुंची बहनें
मेरठ रोडवेज ने 135 अतिरिक्त बसों का इंतजाम किया था
मेरठ। रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने के लिए बहनों को नाकों चने चबाने पड़े। भैंसाली एवं सोहराब गेट डिपो ने मिलकर 135 अतिरिक्त बसों का इंतजाम किया था। इसके बावजूद सवारियों की भारी भीड़ के चलते यह इंतजाम नाकाफी साबित हुए। सुबह से ही सोहराब गेट एवं भैंसाली डिपो पर यात्रियों की भीड़ लग गई।
बताते चलें कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए रक्षाबंधन के अवसर पर नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर रखी थी। उधर बढ़े हुए यात्रियों एवं ट्रैफिक को देखते हुए रूट डायवर्जन भी किया गया था। दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को फुटबॉल चौराहे के बजाय वेस्टर्न रोड से बाईपास की ओर भेजा गया। शहर के अंदर माल रोड पर भी ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। यहां 6 बत्ती वाले पीर की ओर से टैंक चौराहा एवं बेगमपुल जाने वाला ट्रैफिक इंडियन बैंक चौराहे से बाई ओर निकाला गया। पेट्रोल पंपों से लेकर हलवाइयों की दुकानों पर भी भारी भीड़ रही। भैंसाली एवं सोहराब गेट डिपो के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था ताकि रोडवेज बस चालक सड़क के बाहर बसों को रोककर उसमें सवारियां न बैठाएं। देर रात तक रोडवेज की बसों में काफी भीड़ देखी गयी।
बहनों को दिए गए जीरो बैलेंस के टिकट
रक्षाबंधन के दिन रोडवेज की विशेष टिकट जारी किये गये। टिकट पर रक्षाबंधन स्पेशल लिखा गया। बहनों को जो टिकट जारी किए गये उन पर जीरो बैलेंस लिखा था।
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