आज के प्रतिभागियों की एक-एक कविता मोती के समान थी: आरिफ नकवीसीसीएसयू के उर्दू विभाग में साहित्य विषय के तहत ऑनलाइन "आलमी मुशायरा" का आयोजन
मेरठ। आज के अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में सभी कवियों ने अपनी बेहतरीन कविता प्रस्तुत की। आज के प्रतिभागियों की प्रत्येक कविता मोती की तरह थी। मैं सभी कवियों की कविता की सराहना करता हूं और उन्हें बधाई देता हूं। नई साहित्यिक बातें सीखें और अपने विद्वानों तक पहुंचाने का प्रयास करें । ये शब्द जर्मन उर्दू विभाग के चौधरी चरण सिंह के आरिफ नकवी के थे, जो विश्वविद्यालय और अंतर्राष्ट्रीय युवा उर्दू स्कॉलर्स एसोसिएशन (अयुसा) द्वारा आयोजित "विश्व मुशायरा" में अपना अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मुसर्रत जबीन ने पवित्र कुरान की तिलावत से की, कार्यक्रम की अध्यक्षता का दायित्व सुप्रसिद्ध लेखक एवं शायर आरिफ नकवी जर्मनी ने निभाया तथा कार्यक्रम का संचालन जम्मू के रिसर्च स्कॉलर इरफान आरिफ अली ने किया।
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रो. असलम जमशेदपुरी ने कहा कि आज का अंतर्राष्ट्रीय मुशायरा एक सफल मुशायरा होगा, क्योंकि आज के मुशायरे में कई विश्व प्रसिद्ध शायर शामिल हैं, हमारी कोशिश है कि इस मंच को हर शायर और विद्वान को मिले सुनने का मौका.
कार्यक्रम का परिचय देते हुए डॉ. इरशाद स्यानवी ने कहा कि यह एक ऐसा साहित्यिक मंच है जिसके माध्यम से हमारे कथा लेखकों और कवियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा और सुना जाता है। आज हमारी दुनिया में ऐसे महान कवि और महाकवि हैं जो वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हैं।
प्रो रेशमा परवीन ने कहा कि आज का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन बहुत सफल रहा. मैं अपनी टीम के सदस्यों को बधाई देती हूं. सभी कवियों ने ऐसे शब्द प्रस्तुत किये जो दिल को छू गये।
कार्यक्रम से डॉ. आसिफ अली, डॉ. शादाब अलीम, डॉ. अलका वशिष्ठ, सैयदा मरियम इलाही, मुहम्मद शमशाद, सईद अहमद सहारनपुरी एवं छात्र जुड़े रहे।
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