बांग्लादेश में फिर हो सकता है बड़ा विद्रोह
काउंटर रिवोल्यूशन की तैयारी कर रही अवामी लीग
ढाका,एजेंसी। बांग्लादेश एक बार फिर सुलग सकता है. ये बदले की आग हो सकती है। नई अंतरिम सरकार के तमाम दावों के बीच एक चिंगारी धीरे-धीरे सुलग रही है। अवामी लीग के समर्थक इसे बड़ा रूप दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि अवामी लीग के समर्थक बड़ा विद्रोह कर सकते हैं।
तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है। पूर्व पीएम शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस देश के हालात सामान्य करने की कोशिशें कर रहे हैं। उनकी तरफ से तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। इस बीच बांग्लादेश से बड़ी खबर सामने आ रही है। एक बार फिर बांग्लादेश में बड़ा विद्रोह हो सकता है।
अवामी लीग के समर्थक बड़ा विद्रोह कर सकते हैं। अगस्त महीने में ही बड़े प्रदर्शन की आशंका है। छात्र क्रांति के जवाब की गुपचुप तैयारी चल रही है। जो कि शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुई थी। इस काउंटर रिवोल्यूशन को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है। आर्मी चीफ से भी काउंटर रेवोल्यूशन को लेकर सवाल पूछे गए हैं।
बैरकों में वापस लौटने पर विचार कर रही है सेना
यहां गौर करने वाली बात ये है कि काउंटर रिवोल्यूशन की बात उस वक्त सामने आ रही है जब बांग्लादेश की सेना बैरकों में वापस जाने पर विचार कर रही है। ताकि आतंकवाद रोधी अभियानों पर फोकस किया जा सके। खुद सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान कह चुके हैं कि पुलिस द्वारा अभियान की कमान संभालने के बाद सभी सैनिक बैरक में लौट आएंगे।
शेख हसीना के सहयोगियों को लेकर आर्मी चीफ का बड़ा बयान
इस बीच एक और बड़ी खबर आई है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने कहा है कि शेख हसीना के कई सहयोगियों को सेना ने शरण दी है। आर्मी चीफ ने कहा है कि अवामी लीग के बड़े नेताओं की जान को खतरा है। अगर इन नेताओं ने गलत किया है तो इन्हें सजा मिलेगी। मगर, हम भीड़ के हाथों में नहीं दे सकते।
अवामी लीग के कई नेताओं की हत्या कर चुके हैं प्रदर्शनकारी
शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद अभी तक प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के कई नेताओं की हत्या की है। नई सरकार के गठन के बाद अवामी पार्टी के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है। शेख हसीना, उनकी कैबिनेट में मंत्री रहे दो नेताओं और एक बर्खास्त पुलिस मुखिया समेत छह अन्य के खिलाफ हत्या के आरोप में केस चलेगा।
तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारियों ने मचाया भारी उत्पात
बांग्लादेश में अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के ही खिलाफ नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन शुरू हुए थे। जो कि धीरे-धीरे हिंसक होते गए. पांच अगस्त को शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गईं। इसके बाद बांग्लादेश की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था। सैकड़ों लोगों की हत्या की गई। इसमें अवामी पार्टी के भी लोग थे।
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