मंकी पॅाक्स को लेकर मेरठ समेत 75 जिलों में अलर्ट जारी
हेल्थ एडवाइजरी की गई जारी करते हुए हेल्प नम्बर जारी किया
बाहर से आने वाले मरीजों की एंट्री पॉइंट्स पर स्क्रीनिंग कर उनको अलग करने के निर्देश दिए
यूपी में मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट:एयरपोर्ट पर मेडिकल सर्विलांस, हेल्पलाइन नंबर जारी, अगस्त में मिले थे 2 संदिग्ध
मेरठ/लखनऊ।यूपी में मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। शासन की तरफ से मेरठ समेत सभी 75 जिलों के डीएम और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को बाहर से आने वाले मरीजों की एंट्री पॉइंट्स पर स्क्रीनिंग कर उनको अलग करने के निर्देश दिए गए हैं।इसके अलावा कोई भी संदिग्ध मिलने पर उसे आइसोलेट कर रेफेरल हॉस्पिटल में रखा जाएगा। जांच के लिए के जीएमयू , लखनऊ को नोडल सेंटर बनाया गया है। फिलहाल अभी कोई मंकीपॉक्स का संदिग्ध मरीज सामने नही आया है। पर पूरी तरह से अलर्टनेस बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमओ अशोक कटरिया ने बताया शासन ने दिशा निर्देश मिल चुके है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव रंजन कुमार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अफ्रीकी देशों के स्थानीय निवासियों के साथ इन देशों की यात्रा पर गए यात्रियों में भी मंकी पॉक्स के संक्रमण का पता चला है। इसे देखते हुए मंकी पॉक्स से संक्रमित लोगों की स्क्रीनिंग के लिए प्रदेश के सभी प्रवेश स्थलों पर जन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें प्रवेश स्थलों वाले सभी जिलों में एक चिकित्सा इकाई को रेफरल बनाकर वहां ट्रांजिट आइसोलेशन सुविधा स्थापित की जाएगी। प्रभारी व नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे, जिनके मोबाइल नंबर की सूचना राज्य मुख्यालय को भेजी जाएगी।
एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्री स्वास्थ्य डेस्क बनाई जाएगी। बुखार, अत्यधिक कमजोरी और अज्ञात कारणों से निकले दाने वाले यात्रियों को चिन्हित किया जाएगा। संदिग्ध रोगियों को चिन्हित करने, उनके नमूने लेने, उन्हें ले जाने और उपचार में सावधानी बरती जाएगी। सीएमओ स्तर से निर्धारित दल एंबुलेंस से संदिग्ध रोगियों को चिन्हित रेफरल चिकित्सा इकाई की ट्रांजिट आइसोलेशन फैसिलिटी में स्थानांतरित करेंगे। रेफरल अस्पताल से लक्षण वाले यात्रियों के नमूने केजीएमयू भेजे जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में 21 दिन के भीतर किसी अन्य देश की यात्रा करके लौटने वालों की मंकीपॉक्स के लक्षणों को लेकर स्क्रीनिंग की जाएगी। ये लक्षण दिखने पर के जीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच कराई जाएगी। सैंपल भेजने के लिए भी अलग से टीम बनाने के निर्देश हैं। संदिग्ध मरीजों के बारे में राज्य मुख्यालय पर बनी सर्विलांस इकाई को भी सूचना देने को कहा गया हैं।
हेल्पलाइन नंबर किया गया जारी
स्वास्थ्य विभाग ने राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 18001805145 जारी किया गया है। यह व्यवस्थाएं एहतियात के तौर पर की जा रही हैं। कोई व्यक्ति विदेश से आया है या किसी में लक्षण हैं तो तत्काल जांच कराएं।
अगस्त 2022 में मिले थे यूपी में 2 संदिग्ध
इससे पहले अगस्त 2022 में KGMU में 2 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसमें एक लखनऊ और दूसरा शाहजहांपुर से है। इनमें मंकीपॉक्स के लक्षण मिलने के बाद जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किए गए थे।
शाहजहांपुर के रहने वाले 6 साल के एक बच्चे को बुखार आ रहा था। इसके बाद उसके शरीर में फफोले पड़ गए। परिवार वालों ने उसको मेडिकल कॉलेज में दिखाया। मंकीपॉक्स के लक्षण मान कर डॉक्टरों ने बच्चे को वार्ड में भर्ती कर लिया था। कुछ ऐसे ही लक्षण लखनऊ के मरीज में भी मिले थे।
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