मेरठ की प्रीती पाल ने 100 मी (टी 35) रेस में जीता कांस्य पदक
देश की पहली खिलाड़ी पदक जीतने वाली बनी प्रीत पाल
घर में बधाई देने वालों का लगा तांता
मेरठ। पेरिस पैरालंपिक में मेरठ की बेटी प्रीत पाल ने शुक्रवार को कमाल कर दिखाया। ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में उसने कांस्य पदक जीतकर खेल जगत में मेरठ का नाम रोशन कर दिया। प्रीत पाल के पदक जीतने में मेरठ में ,खुशियाें को माहौल बना हुआ है।
गंगानगर (कसेरू बक्सर) निवासी अनिल कुमार पाल की 30 वर्षीय बेटी प्रीति पाल ने वो कर दिखाया, जो अक्सर अच्छे-अच्छे नहीं कर पाते। प्रीति ने जिस कैटेगरी में यह मुकाम हासिल किया है वह (टी 35) कैटेगरी है। यह वो कैटेगरी है जिसमें वह खिलाड़ी भाग लेते हैं जिन्हें समन्वय संबंधी कोई विकार होता है। प्रीति पाल भी सेरेब्रल पॉल्सी नामक बीमारी से पीड़ित थी। महिलाओं की 100 मीटर रेस में कांस्य पदक जीतने वाली प्रीति पाल ने 14.21 सेकंड में यह दूरी तय कर ली। हालांकि इस इवेंट के शुरू के दोनों मेडल (गोल्ड और सिल्वर) चीन ने हासिल किए। प्रीति और मेरठ के लिए यह मेडल इसलिए भी खास है क्योंकि भारत ने पैरालंपिक में पहली बार एथलेटिक्स के ट्रैक पर ये कामयाबी हासिल की है। इस उपलब्धि के साथ ही प्रीति पाल भारत की पहली एथलीट बन गई हैं जिन्होंने यह कामयाबी प्राप्त की। शुक्रवार शाम जैसे ही यह खबर प्रीति पाल के घर पहुंची तो वहां जश्न मनाया गया। उनके घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व इसी साल मार्च में बेंगलुरु में आयोजित छठी इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने दो गोल्ड मेडल हासिल किए थे। इसके बाद मई में जापान में आयोजित हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी उन्होंने कांस्य पदक जीता था।
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