कैंट के बंगलों को नगर निगम में शामिल करने पर सहमत नहीं अधिकारी : अमित अग्रवाल

मेरठ। कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने छावनी क्षेत्र के रिहायशी इलाको को नगर  निगम में स्थानान्तरित करने के संबंध में अपने कैम्प कार्यालय पर वार्ता के दौरान बताया की छावनी के लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिये ही यह कदम उठाया जा रहा है। हालांकि अभी छावनी के अधिकारी पूरे क्षेत्र को नगर निगम में हस्तांतरित करने से मना कर रहे है। इस दौरान कैंट विधायक ने एक्सीजन (विलग) प्रस्ताव की मानचित्रों एवं तथ्यों के साथ जानकारी दीं। 

बता दें मेरठ कैंट को नगर निगम में शामिल किए जाने का प्रस्तावित रिपोर्ट पुर्व में मेरठ छावनी परिषद की ओर से भेजी जा चुकी थी लेकिन इसमें बंगला एरिया को शामिल नहीं किया गया था। लोकसभा 2024 के चुनाव के बाद बंगलों में रह रहे सिविलियन की बड़ी आबादी की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद  रक्षा मंत्रालय ने इन बंगलों को भी शामिल करने हेतु मेरठ छावनी अधिकारियों से आनन फानन में रिपोर्ट मांगी गई जिसमें लगभग दो सौ बंगला एरिया की रिपोर्ट भी भेजी गई। लेकिन आज कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया रक्षा मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारीयों ने भारत सरकार के बंगले एरिया को नगर निगम में शामिल करने के लिए सहमत नहीं हैं। वार्ता में भाजपा छावनी मंडल के अध्यक्ष विशाल कन्नाजिया, महामंत्री नितिन बालाजी आदि भी थे।

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