पौने तीन घंटे भाकियू  ने   सीएमओ समेत पूरे स्टाफ को बनाया बंधक 

 पुलिस ने आकर ताला खुलवाना कर्मचारियों को निकाला बाहर 

 स्टाफ के साथ भाकियू ने की गाली गलोच 

 मेरठ। सरधना में चल रहे अवैध पैथोलॉजी लैब को बंद कराने की मांग को लेकर पिछले दो दिन से सीएमओ कार्यालय पर अनशन पर बैठे भाकियू के पदाधिकारियों ने कड़ा कदम उठाते हुए सीएमओ कार्यालय पर तैनात सीएमओ समेत सभी स्टाफ को कार्यालय में बंधक बना लिया। भाकियू के पदाधिकारियों ने मुख्य व अन्य गेटों पर ताले जड़ दिए। करीब पौने तीन घंटे तक पूरे सीएमओ कार्यालय का स्टाफ कार्यालय में कैद रहा। सीएमओ द्वारा इस मामले में पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी तो शाम को पांच बजे पुलिस ने ताले खुलवा कर कर्मचारियों व अधिकारियों को  बाहर निकला। 




 शुक्रवार को दोपहर तीन बजे भाकियू के युवा प्रभारी अनुभव त्यागी व अन्य पदाधिकारियों ने सीएमओ कार्यालय के जबरन अंदर घुसते हुए कुछ कर्मचारियों को अंदर धकेल दिया जबकि कुछ अन्य कर्मचारियों को बाहर निकाल कर सीएमओ  कार्यालय के मुख्य द्वार व साईड वाले गेट पर ताला जड़ दिया उस समय सीएमओ डा अखिलेश मोहन समेत कई स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी व महिला स्टाफ वहां मौजूद था। तालाबंदी होने से सभी अंदर कैद हो गये। सीएमओ ने भाकियू के युवा प्रदेश प्रभारी अनुभव त्यागी से ताला खोलने की अपील की । लेकिन उन्होंने उनकी अपील को दरकिनार कर दिया। करीब पौने तीन घंटे सीएमओ कार्यालय का स्टॉफ कार्यालय के अंदर कैद रहा। सबसे घबराहट वहां पर काम करने वाली महिला कर्मचारियों को हो रही थी। कई स्टाफ फील्ड में गया हुआ था। वह वापस लौटा तो उन्हें भी अंदर घुसने नहीं दिया गया। आखिरकार सीएमओ ने इस मामले की जानकारी एसएसपी विपिन ताडा को दी। जिस पर सिविल लाइन थाने से फोर्स को सीएमओ कार्यालय के लिए रवाना किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाकर वहां फंसे कर्मचारियों को बाहर निकला। वही इस मामले में सीएमओ कार्यालय की ओर से लिखित शिकायत दी गयी है। 

सीएमओ कार्यालय पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी 

 दरअसल सीएमओ कार्यालय प्रमुख कार्यालय है। जहां पर शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल का पंजीकरण , रिनीवल, आयुष्मान से संबंधित व विकलांग सर्टिफिकेट बनाने के लिए आते है। लेकिन शुक्रवार को जब ऐसे लोग वहां पर पहुंचे तो मुख्य द्वार का ताला लगा हुआ था। उन्होंने भाकियू के लोगों के अंदर जाने के लिए प्रार्थना की । लेकिन भाकियू के लोगों ने उन्हें वहां से भगा दिया। 

 कार्रवाई को लेकर लेकर पुलिस प्रशासन व सीएमओ के अधिकारियों की चलती रही बैठक 

 शुक्रवार को हुए घटना क्रम को पुलिस प्रशासन गंभीरता से ले रहा है।पौने तीन घंटे तक सीएमओ कार्यालय के पूरे स्टाफ को बंधक बनाने के पर हर कोई सकते मेें है। शुक्रवार की रात को अधिकारियों की बैठक चलती रही। जिसमें सरधना में चल रहे  अवैध पैथोलॉजी लैब व भाकियू  के लोगों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए मंथन चलता रहा। 

 ये था मामला 

दरअसल स्वास्थ्य विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार व विभिन्न मांगों को लेकर युवा प्रदेश प्रभारी अनुभव त्यागी सीएमओ कार्यालय मेरठ पर आज दूसरे दिन भी अनशन पर बैठे है।उनका आरोप है कि कस्बा सरधना में अवैध पैथोलॉजी लैब चल रहे हैं। जिसके पास फर्जी लाइसेंस भी ये सभी फर्जी लैब सीएचसी प्रभारी की शह पर चलाए जा रहे हैं।सुरूपुर प्रभारी कि लगातार शिकायत की जा रही हैं। क्षेत्र में झोला छाप डॉक्टरों अवैध अस्पतालों से अवैध लेबों से अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा से पैसो का लेन देन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सुरूरपुर सीएचसी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।जिले में अवैध अस्पताल चल रहे हैं।, जिनमे आए दिन मरीजों को ठीक इलाज नहीं मिलने के कारण दिन प्रतिदिन मौत हो रही है। अवैध अस्पतालों को बन्द कराया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।कस्बा सरधना में डी आर हाजमा क्लीनिक मेडिकल के नाम से मोहल्ला कुमारन में पशु चिकित्सालय के सामने अस्पताल चल रहा है। जो पूर्ण रूप से अवैध है। अवैध अस्पतालों को तत्काल बन्द कराया जाए।भारतीय किसान यूनियन आंदोलनकारी मानवता के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। मवाना में जे के हॉस्पिटल मे मरीजों को मेरठ के डॉक्टरों के नाम बता कर ऑपरेशन के लिए तैयार कर लेते है। उसके बाद लोकल के अनट्रेंड डॉक्टरों से ऑपरेशन करा देते है। जिस कारण कई मृत्यु हो चुकी है। तत्काल O.T. सील की जाए।

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