22 जुलाई से दिल्ली-उत्तराखंड मार्ग पर ट्रैफिक डायवर्जन 

मेरठ पुलिस लाइन में कांवड़ यात्रा को लेकरबनाया गया रोड़ मैप 

 पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड  के ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों ने लिया भाग 

 कल चीफ सक्रेटरी व डीजीपी करेंगे कांवड़ यात्रा की समीक्षा 

मेरठ। कांवड़ यात्रा के लिए दिल्ली से उत्तराखंड तक 22 जुलाई से ट्रैफिक डायवर्जन लागू हो जाएगा। 21 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ पुलिस लाइन में चार  राज्यों के पुलिस, प्रशासनिक अफसरों की बड़ी बैठक हुई है। बैठक में कांवड़ यात्रा को लेकर पूरा रोडमैप बना लिया गया है।'शुक्रवार को चीफ सक्रेटरी व डीजीपी मेरठ कांवड़ यात्रा की समीक्षा करेंगे 

 गुरूवार को मेरठ की पुलिस लाइन में कांवड़ यात्रा को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उत्तराखंड, दिल्ली ,हरियाणा और यूपी के पुलिस, प्रशासनिक अफसर शामिल हुए। सभी ने अपना प्लान शेयर किया है। इसके आधार पर कांवड़ यात्रा का फाइनल रूटमैप तैयार किया गया है।

मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन एक बड़ा प्लान होता है। इसमें हरियाणा, दिल्ली पुलिस, प्रशासन का अहम रोल होता है। यातायात डायवर्जन प्लान को फाइनल करने के लिए यह बैठक हुई थी। उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा के अफसर आए थे।हमने ट्रैफिक डायवर्जन प्लान को फाइनल कर दिया गया है। जो 22 जुलाई से लागू हो जाएगा। इसमें अलग-अलग वाहनों के लिए अलग प्लान तैयार हुआ है। खाली वाहन, छोटे वाहनों, कभी डायवर्जन, कभी नो डायवर्जन इस तरह कैटेगराइज्ड प्लान बनाया है। प्रभावी जनपद अपने यहां इस प्लान को प्रचारित कराएंगे ताकि जनता को परेशानी न हो। 

एडीजी ने बताया कि 6 जुलाई को चीफ सेकेट्री और डीजीपी मेरठ आ रहे हैं। यहां कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड के अधिकारी भी आएंगे। बैठक में मेरठ, आगरा और बरेली जोन के अफसर भी शामिल होंगे। सीसीटीवी कैमरों, सुरक्षा व अन्य बिंदुओं को फाइनल किया जाएगा।

कांवड़ यात्रा में डीजे की हाइट भी तय रहेगी। 12 फीट से अधिक ऊंची बिजली की लाइन भी टकराने का खतरा रहता है। साथ ही कांवड़ की चौड़ाई 16 फीट होनी चाहिए। दरअसल, हाईवे पर एक साइड की चौड़ाई 25 फीट है। वह बड़े आकार की कांवड़ को हरिद्वार में ही रोक दिया जाएगा। यानी दिल्ली हाईवे पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

म्यूजिक सिस्टम की आवाज 75 डेसिबल तय कर दी गई है।ऊंपर बिजली की लाइन भी टकराने का खतरा रहता है। साथ ही कांवड़ की चौड़ाई 16 फीट होनी चाहिए। दरअसल, हाईवे पर एक साइड की चौड़ाई 25 फीट है। उससे बड़े साइज की कांवड़ को हरिद्वार में ही रोक दिया जाएगा। यानी दिल्ली हाईवे पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। म्यूजिक सिस्टम की आवाज 75 डेसीबल तय कर दी गई है।

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