नीट परीक्षा में  घांधली के के लिए सड़कों पर उतारे आम नागरिक 

 स्कैप को छिपाने का किया जा रहा प्रयास 

मेरठ।मंगलवार को  डाक्टर्स, छात्र, शिक्षक व आम नागरिकों ने नीट यूजी 2024 परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक होने व लगभग 1600 अभ्यिार्थियों के नियमों के विरुद्ध ग्रेस माक्र्स देने, अभ्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में छेडख़ानी करके कम माक्र्स देकर उनके रेंक के साथ गोलमाल करने के विरोध में एक विशाल जुलूस निकाला। इसमें सैंकड़ों लोगों ने नीट एन.टी.ए. के विरुद्ध नारे लगाते हुए एक ज्ञापन-पत्र  राष्ट्रपति  प्रधानमंत्री , मुख्य न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार व नीट एन.टी.ए. के डायरेक्टर जनरल, नई दिल्ली के नाम  जिला मजिस्ट्रेट, मेरठ को सौंपा।
ज्ञापन-पत्र में प्रमाण सहित आरोप लगाया गया है कि नीट यूजी परीक्षा 2024 का प्रश्न-पत्र कम से कम दो दिन पहले ही लीक कर दिया गया। जिन अभ्यार्थियों को प्रश्न-पत्र परीक्षा से एक दिन पहले मिल गया था उन्होंने माना है उन्हें उत्तर रटाये गये और वही प्रश्न-पत्र परीक्षा में आया है। गुजरात, बिहार आदि स्थानों पर एन.टी.ए. के विरुद्ध एफ.आई.आर. भी दर्ज हो गई है लेकिन एन.टी.ए. पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही है। जबकि प्रश्न-पत्रों की जली हुई व भीगी हुई प्रतियां भी पुलिस छापे में बरामद हुई हैं। करोड़ रुपए से अधिक राशि के चेक भी छापे में बरामद हुए हैं।
ज्ञापन-पत्र के माध्यम से बताया गया है कि एन.टी.ए. अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए एक जांच कमेटी का गठन कर रही है वह जिन अभ्यर्थियों को बिना आधार के ग्रेस मार्क्स देकर ऊंचे रेंक दिए हैं उनकी ही परीक्षा दोबारा कराने की सिफारिश कर सकती है। यह पेपर लीक किए जाने के बड़े स्कैम को छिपाने/दबाने के लिए किया जा सकता है। अत: जुलूस में उपस्थित डॉक्टर, शिक्षक, अभ्यर्थी व आमजन यह मांग कर रहे हैं कि नीट यूजी 2024 परीक्षा का रिजल्ट रद्द कर सभी के लिए परीक्षा फिर से कराई जाए तथा सी.बी.आई./एस.आई.टी. से जांच करा कर दोषी व्यक्तियों को कठोरतम सजा दी जाए। ऐसा करके ही रोते बिलखते बच्चों और उनके माता-पिता को न्याय मिल सकेगा। जुलूस में शामिल अनेक माता-पिता एन.टी.ए. के विरुद्ध नारे भी लगा रहे  उन्होंने बताया उनके बच्चों ने सालों दिन-रात मेहनत करके नीट-यूजी परीक्षा दी है उनके साथ अन्याय हो रहा है। ये बच्चे बहुत अवसाद (डीप डिप्रेशन) में हैं। जुलूस में मेरठ के जाने-माने शिक्षक डॉ. जी.के. सिंह, अंकुर दत्त, तोशी शर्मा, डॉ. अनिरुद्ध, सीनियर सर्जन डॉ. उत्तम जैन,  डॉ. अनिल नौसरान आई.एम.ए. मेरठ के पूर्व सचिव, परमवीर सिंघल, करमवीर सिंघल, आदित्य चौहान, ऋषि त्यागी, छात्र नेता हैबिन खान आदि उपस्थित रहे।

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