देश के बुजुर्गों को होगा सबसे ज्यादा फायदाः राष्ट्रपति
अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का बड़ा एलान
नई दिल्ली (एजेंसी)।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने इस दौरान बड़ा एलान किया। उन्होंने आयुष्मान योजना को लेकर अहम बात कही है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश में 70 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत होगा।
राष्ट्रपति ने कहा, 'सरकार ने फैसला लिया है। अब 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा। सरकार ने बीते 10 सालों में कई सुधार भी किए हैं।'
गौरतलब है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया था। घोषणापत्र में कहा गया था कि देश की जनता को आयुष्मान कार्ड के तहत पांच लाख का उपचार रहेगा। इसके साथ ही 70 साल से ऊपर के हर बुजुर्ग को आयुष्मान योजना के दायरे में लाया जाएगा।दरअसल, केंद्र सरकार ने साल 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। यह एक तरह का हेल्थ इंश्योरेंस है। इसमें लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड मिलता है। कार्ड की मदद से लाभार्थी अस्पताल में 5 लाख रुपये तक का इलाज करवा सकता है।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि आज भारत कई क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। अगर डिजिटल भुगतान के मामले में भारत दुनिया में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो हमें गर्व होना चाहिए। अगर भारतीय वैज्ञानिक सफलतापूर्वक चंद्रयान को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में उतारते हैं, तो हमें गर्व होना चाहिए। अगर भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाता है, तो हमें गर्व होना चाहिए।
आपातकाल को बताया काला अध्याय
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने आपातकाल पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में भारत एक गणतंत्र के रूप में 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। भारतीय संविधान ने बीते दशकों में हर चुनौती और कसौटी पर खरा उतरा है। देश में संविधान लागू होने के बाद भी संविधान पर कई हमले हुए हैं। 25 जून 1975 को लागू किया गया आपातकाल संविधान पर सीधा हमला था। जब इसे लगाया गया तो पूरे देश में हाहाकार मच गया था, लेकिन देश ने ऐसी संवैधानिक ताकतों पर विजय प्राप्त की है। मेरी सरकार भी भारतीय संविधान को सिर्फ शासन का माध्यम नहीं बना सकती। हम अपने संविधान को जनचेतना का हिस्सा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी के साथ मेरी सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है। हमारे जम्मू-कश्मीर में संविधान पूरी तरह लागू किया गया है, जहां अनुच्छेद 370 के कारण स्थिति अलग थी।
नीट पेपर लीक की होगी जांचः मुर्मु
अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पेपर लीक को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार पेपर लीक की निष्पक्ष जांच करेगी। पेपर लीक मामले की जांच को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि संसद ने पेपर लीक कानून भी बनाया है और पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
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