हीट स्ट्रोक से बच्चों व गर्भवती महिला को ज्यादा खतरा - डा आभा गुप्ता 

 मेडिकल में हीट स्ट्रोक पर सेमिनार का आयोजित

 मेरठ। मेडिकल कॉलेज मेरठ में मेडिसिन विभाग एवं बाल रोग विभाग के द्वारा गर्मी से संबंधित रोग जैसे हीट स्ट्रोक पर सेमिनार का आयोजन किया गया । सेमिनार का शुभारंभ प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने किया।                           मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ आभा गुप्ता ने बताया की आजकल गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ जाने एवं लू चल़ने के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ गया है एवं सरकार का भी ऐसे मरीज के उचित इलाज व हीट स्ट्रोक से बचाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बच्चो, बुजर्गों व गर्भवती महिलाओं मे हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है ।मेडिकल कालेज के आपातकालीन विभाग मे हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज हेतु सभी व्यवस्थाएं की गई हैं । 

सेमिनार में मेडिसिन विभाग के डॉक्टर शशांक ने भारत सरकार द्वारा जारी की गई हीट स्ट्रोक संबंधी गाइडलाइंस के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि  हीट स्ट्रोक के मरीजों के शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा हो जाता है एवं गर्मी का असर उनके दिमाग पर भी पड़ जाता है ।इसके अतिरिक्त मरीज के फेफड़े ,गुर्दे व लिवर पर भी हिट का विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसी क्रम में बाल रोग विभाग की डॉ दिशू  ने  बताया कि बच्चों को धूप में बाहर ज्यादा देर तक खेलने या खड़े रहने नहीं देना चाहिए, इससे बच्चों में हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है ।उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उचित इलाज के संबंध में भी बताया । सेमिनार में प्रधानाचार्य डॉ आरसी गुप्ता ने हीट स्ट्रोक से बचाव  के बारे में जानकारी दी साथ ही साथ ही उन्होंने अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को भी हीट स्ट्रोक से संबंधित जानकारी प्रदान किए जाने हेतु निर्देशित किया। कार्यक्रम में डॉ अरविंद कुमार ,डॉ विकास,डॉ अभिषेक ,डॉ अर्चना, डॉ एस के के मालिक ,डॉ स्नेहलता वर्मा ,डॉ पंकज,डॉ नेहा, डॉ राहुल सिंह तथा मेडिसिन विभाग एवं बाल रोग विभाग के सीनियर व जूनियर रेजिडेंट उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर मेडिसिन विभाग तथा बाल रोग विभाग को बधाई दी एवं भविष्य में भी इस तरह के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम किए जाने हेतु प्रेरित किया।

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