नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम की तरफ से मुजफ्फरनगर में कैंसर ओपीडी का आयोजन
- मुजफ्फरनगर में नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम के विशेषज्ञ रोगियों की जांच व परामर्श हेतु उपस्थित रहे
- महीने के हर गुरुवार को नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम के विशेषज्ञ मुजफ्फरनगर में मिलेंगे
मुजफ्फरनगर । वैश्विक स्तर पर कैंसर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। इसके मामले भारत में दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। भारत में होने वाले छह मुख्य कैंसर में स्तन कैंसर, मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, फेफड़े का कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं। ऐसे में लोगों को जागरूक करने व समुचित उपचार हेतु नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम की तरफ से मुजफ्फरनगर में कैंसर ओपीडी का आयोजन किया गया, जो हर गुरुवार को लगेगा। ओपीडी में डॉ देबाशीष चौधरी, सीनियर कंसल्टेंट एंड क्लिनिकल लीड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ( कैंसर ) व डॉ. विदुर गर्ग, एसोसिएट कंसल्टेंट - सर्जिकल ऑन्कोलॉजी द्वारा रोगियों को जांच एवं उचित परामर्श दिया गया। डॉ. देबाशीष मुज़फ़्फ़रनगर के ही मूल निवासी हैं। ऐसे में यहां के निवासियों को अपने ही क्षेत्र के प्रसिद्ध चिकित्सक द्वारा परामर्श का लाभ मिल सकेगा।
यह आयोजन शांति मदन अस्पताल, सिविल लाइंस के पास, मुजफ्फरनगर में हर गुरुवार, सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित होगा। इस ओपीडी में नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम के विख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ देबाशीष चौधरी और डॉ. विदुर गर्ग सहित अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ रोगियों की जांच एवं परामर्श हेतु उपस्थित रहेगें। हर गुरुवार लगने वाले दो ओपीडी में दूसरे और चौथे गुरुवार को डॉ देबाशीष चौधरी और अन्य दो ओपीडी में पहले और तीसरी गुरुवार को डॉ. विदुर गर्ग उपस्थित रहेंगे। नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम का प्रयास रहता है कि लोगों को समय रहते उचित परामर्श मिल सके। ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।
डॉ देबाशीष चौधरी, सीनियर कंसल्टेंट एंड क्लिनिकल लीड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ( कैंसर ) ने बताया कि कैंसर के उपचार के लिए आजकल टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गई है कि यदि कैंसर का समय रहते डायग्नोसिस और प्रारंभिक चरण में ही उपचार शुरू कर दिया जाय तो रोगी को जल्द से जल्द कैंसर मुक्त किया जा सकता है। इससे बचने के लिए आपको अपना इम्यूनिटी सिस्टम बहुत ही मजबूत करना होगा और कई सावधानियों को भी बरतना होगा। बाहर के फास्ट फूड वगैरा से दूर रहना होगा और हरी सब्जियों, साफ-सुथरे फलों के साथ आपको डेयरी प्रोडक्ट्स का भी सेवन अच्छे से करना होगा।
डॉ. विदुर गर्ग, एसोसिएट कंसल्टेंट - सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ने बताया कि इलाज से बेहतर बचाव है और उसके लिए आपको समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहना चाहिए, खुद को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम, पौष्टिक आहार और व्यवस्थित जीवन शैली को अपनाना चाहिए। इम्यून सिस्टम को प्राकृतिक रूप से मजबूत रखने के साथ आपको कैंसर के संक्रमण के लक्षणों पर भी ध्यान देते रहना चाहिए और यदि बुखार, उल्टी, खांसी, शरीर के किसी अंग में ब्लीडिंग या सूजन जैसे लक्षण लगातार बने हुए हैं तो तुरंत उपचार के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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