बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत 

2005 से सजा काट रहा था, अलग-अलग मामलों में 2 बार उम्रकैद हुई

मुखतार अंसारी ने दावा किया था उसे धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है 

बांदा। यूपी के बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने ने गुरूवार की रात को मौत हो गयी। रुवार शाम को उसे जेल से बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जेल प्रशासन ने अभी तक कोई बयान नहीं किया है। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद  मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां धारा 144 लागू कर दी गई है।बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।



बता दें   मंगलवार को मुख्तार की तबीयत बिगड़ी थी। 14 घंटे भर्ती रहने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है।मुख्तार अंसारी 2005 से सजा काट रहा था। अलग-अलग मामलों में उसे 2 बार उम्रकैद हुई है।

जानकारी के मुताबिक जेल में 3 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए था, लेकिन सेहत में सुधार नहीं हो रहा था। हालत गंभीर होती देख डॉक्टरों ने उसे दोबारा मेडिकल कॉलेज में ही शिफ्ट करना ठीक समझा।इसके पहले सोमवार रात भी मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई थी। पेट दर्द की शिकायत पर जेल प्रशासन ने माफिया को सुबह 3 बजकर 55 मिनट पर मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती कराया था। हालत में सुधार होने के बाद मुख्तार को शाम 6 बजे बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मुख्तार 14 घंटे अस्पताल में रहा था।



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