वर्तमान सामाजिक एवं राजनीतिक समस्याओं का समाधान खोजना चाहिए

काशीराम के जन्मदिन की पूर्व संध्या के अवसर पर  एक राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का आयोजन 

मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित मान्यबर काशीराम शोधपीठ काशीराम के जन्मदिन की पूर्व संध्या के अवसर पर  एक राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक मान्यवर कांशीराम  के विचारों का महिला सशक्तिकरण में योगदान था। 

 इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर बीर पाल सिंह द्वारा की गई अपने अध्यक्ष की उद्बोधन में प्रोफेसर भी पाल ने कहा कि समाज को काशीराम द्वारा दिखाएं रास्ते का अनुसरण करते हुए वर्तमान सामाजिक एवं राजनीतिक समस्याओं का समाधान खोजना चाहिए उन्होंने कहा की  काशीराम बहुत ही सरल सहज और साधारण व्यक्तित्व के धनी थे ।

 मुख्य वक्ता के रूप में  प्रभात राय पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रसिद्ध समाज सुधारक ने अपने वक्तव्य में मान्यवर कांशीराम के जन्मदिन के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए उनके दिखाई रास्ते पर चलने का आह्वान क्रिया। राजकीय महाविद्यालय अमरोहा से प्राचार्य डॉक्टर विनोद कुमार ने कांशीराम के जीवन चरित्र एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के उप पुस्तकालय अध्यक्ष प्रोफेसर जमाल अहमद सिद्दीकी ने कांशीराम एवं अन्य विद्वानों के विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से समाज में समानता एवं समस्या फैलाने के लिए तकनीक आधारित दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा की काशी राम के विचारों के माध्यम से हम वर्तमान में राजनीति ही नहीं समाज की समस्याओं का भी समाधान ढूंढ सकते हैं इस अवसर पर अजय मोहन शर्मा पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ने प्रशासन के दृष्टिकोण से मान्यवर काशीराम के विचारों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के विभिन्न आयाम पर विस्तृत चर्चा की एवं महिलाओं को आह्वान किया की महिला विकास के माध्यम से ही समाज विकास एवं राष्ट्र विकास संभव है ।डॉ .डीके मलिक ने इस अवसर पर अपने वक्तव्य में समाज में जाति आधारित विभिन्न समस्याओं के उन्मूलन की अपील करते हुए समता और समानता को बढ़ाने में महिलाओं के विशेष योगदान पर विस्तृत चर्चा की ।उन्होंने कहा महिला सशक्तिकरण के एक विशेष आयाम को हम  काशीराम के विचारों के माध्यम से न सिर्फ सीख सकते हैं ।बल्कि सामाजिक विकास की लागत पर आर्थिक विकास को भी उन्होंने स्वीकार्य नहीं बताया ।इस अवसर पर मान्यवर कांशीराम शोध पीठ के निदेशक प्रोफेसर दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार किया अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा की मान्यवर कांशीराम एक सामाजिक चिंतक ही नहीं एक राजनीतिक विचारक ही नहीं बल्कि समाज को नई दिशा दिखने वाले एक शिल्प कार कहें जा सकते हैं उन्होंने महिलाओं के योगदान को राष्ट्रीय उत्पादन में ना जोड़े जाने को भी महिला सशक्तिकरण से सम्बद्ध किया उन्होंने कहा वर्तमान समय में महिला सुरक्षा पर चर्चा करना वह भी जब जब हम डिजिटल विश्व की कल्पना कर रहे हैं एक चिंताजनक विषय है यदि विश्व की आधी आबादी अपने आप को असुरक्षित मानती है तो विश्व का विकास पूर्णता नहीं ले सकेगा इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोफेसर जसवीर सिंह प्रोफेसर विक्रम राजपूत, डॉ नरेश कुमार, डॉक्टर हेविंद्र शर्मा ,डॉक्टर विवेक त्यागी ,डॉ सीपी सिंह, डॉक्टर पल्लवी चौधरी, डॉ कपिल कुमार, डॉ मनोज कुमार ,डॉ सचिन कुमार, डीआर गजेंद्र कुमार राजकीय महाविद्यालय अमरोहा से आए विभिन्न विषयों के शिक्षक गण तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्र एवं छात्राएं सम्मिलित रही ।इस अवसर पर सत्यपाल सिंह देवेंद्र कुमार, संजय कुमार, राहुल कुमार का भी विशेष योगदान रहा ।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts