जिस दिन महिलाओं के प्रति अपराधों की संख्या 0 हो जाएगी उसे दिन हम जेंडर इक्वलिटी की ओर बढ़ेंगे- प्रो लता कुमार 

 मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के अंतर्गत चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी जेंडर इक्वलिटी पर्सपेक्टिव ईशु एंड चैलेंज के दूसरे दिन के कार्यक्रम दो सत्रों में संचालित हुआ। 

जिसमें  25 शोध पत्रों के साथ कुल लगभग 50 शोध पत्रों पर चर्चा हुई। अपने मुख्य भाषण में प्रो. दिनेश ने सभी शोध पत्रों पर टिप्पणी करते हुए अपने विचारों में सामाजिक स्थिति में लैंगिक समानता में आर्थिक व शैक्षणिक शक्ति और सोशल कैपिटल की बात रखी। प्रोफेसर लता कुमार  ने कहा कि जिस दिन महिलाओं के प्रति अपराधों की संख्या 0 हो जाएगी उसे दिन हम जेंडर इक्वलिटी की ओर बढ़ेंगे। डॉ सुशीला  ने सरकार की नीतियों के विषय में चर्चा की इसके पश्चात अपने अध्यक्षात्मक भाषण में प्रो० साहू ने शोध पत्रों की गुणवत्ता व  प्रस्तुतीकरण पर चर्चा की।

इसके पश्चात संगोष्ठी के अंतिम सत्र में प्रोफेसर आलोक कुमार ने अपने वक्तव्य के साथ सत्र का प्रारंभ किया । इसके पश्चात श्रीमती सोनल भूषण जी ने संगोष्ठी के दो दिनों में हुए सभी कार्यों का संक्षेप में प्रस्तुत किया । इसके पश्चात डॉक्टर आशुतोष पांडे जी ने अपने कार्य के दौरान होने वाले लैंगिक विभेद व सतत विकास में लैंगिक समानता को बताया वह अपने अतिथि भाषण में प्रोफेसर पवन जी ने भारतीय साहित्य में महिलाओं की उच्च स्थिति के विषय में चर्चा की।

प्रोफेसर आभा चौहान ने अपने संबोधन में स्त्री समानता पर कई मानकों व आयामों पर प्रकाश डाला इस संगोष्ठी का समालोचनात्मक विवरण दिया और समारोह की अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्ति पूर्व विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर जे के पुंडीर जी ने अपने अध्यक्षात्मक भाषण में लैंगिक असमानता के अन्य पहलुओं को भी संगोष्ठी के समक्ष रखा जिसमें उन्होंने तृतीय लिंगियों के अधिकार के विषय में भी चर्चा करी। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर आलोक कुमार ने लैंगिक समानता की इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफल समापन व संचालन के लिए सभी का आभार प्रस्तुत किया । इस कार्यक्रम का संचालन डॉ वाई पी सिंह,  डॉ० दीपेंद्र, डॉ० कपिल खटकी, डॉ अरविंद सिरोही, सुजीत पायला, सौरभ चौधरी, शोध छात्र सबा परवीन, प्रणय तिवारी, आकाश राठी, अंशुल शर्मा, गरिमा राठी व छात्र सुमित कुमार, आकाश शर्मा, पूजा यादव, विवेक, नैना, तनु, प्रभात मोरल, अभिजीत व  अन्य के सहयोग से रहा।

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